प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को थाईलैंड में हाल ही में आए भूकंप में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया. थाईलैंड की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने यह बात कही. थाईलैंड की प्रधानमंत्री पेतोंगतार्न शिनावात्रा के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "भारत की जनता की ओर से, मैं 28 मार्च को आए भूकंप में जान गंवाने वालों के लिए गहरा शोक व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं." बता दें कि 28 मार्च को आए 7.7 तीव्रता के इस विनाशकारी भूकंप ने 2700 से अधिक लोगों की जान ले ली और हजारों लोग लापता हो गए.
भारत-थाईलैंड के ऐतिहासिक संबंध
PM Narendra Modi tweets, "Had a very fruitful meeting with Prime Minister Paetongtarn Shinawatra in Bangkok a short while ago. Expressed gratitude to the people and Government of Thailand for the warm welcome and also expressed solidarity with the people of Thailand in the… pic.twitter.com/Q0kX4kOykM
— ANI (@ANI) April 3, 2025
थाईलैंड यात्रा और BIMSTEC शिखर सम्मेलन
मोदी गुरुवार सुबह थाईलैंड पहुंचे और दो दिवसीय यात्रा पर बैंकॉक में 6वें BIMSTEC शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. उनकी थाई समकक्ष के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर लिखा, "थाईलैंड की पीएम @ingshin ने बैंकॉक के गवर्नमेंट हाउस में पीएम नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विशेष समारोह आयोजित हुआ."
सांस्कृतिक जुड़ाव और रामायण का प्रदर्शन
बैंकॉक पहुंचने पर मोदी ने थाई रामायण 'रामाकियन' का मनमोहक प्रदर्शन देखा. पीएमओ ने इसे भारत-थाईलैंड के सभ्यतागत जुड़ाव का प्रतीक बताया. मोदी ने एक्स पर लिखा, "रामाकियन का यह प्रदर्शन एक समृद्ध अनुभव था, जो भारत और थाईलैंड के साझा सांस्कृतिक संबंधों को खूबसूरती से दर्शाता है. रामायण वास्तव में एशिया के कई हिस्सों में दिलों और परंपराओं को जोड़ती है."
BIMSTEC और भविष्य की योजनाएं
शाम को, मोदी थाईलैंड, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, म्यांमार और भूटान के नेताओं के साथ समुद्री सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. थाईलैंड यात्रा के बाद वह श्रीलंका जाएंगे.