प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि भारत ने शांति स्थापित करने की हर कोशिश की, लेकिन हमें हर बार दुश्मनी और धोखा मिला. पीएम ने अपनी बात को विस्तार से रखते हुए पाकिस्तान के साथ संबंधों में सुधार के अपने प्रयासों का जिक्र किया और वैश्विक मंच पर भारत की शांति की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया.
पाकिस्तान के साथ शांति की पहल
Watch: In a podcast with Lex Fridman, PM Narendra Modi says, "When I became Prime Minister, I especially invited Pakistan to my swearing-in ceremony so we could turn over a new leaf, yet every noble attempt at fostering peace was met with hostility and betrayal. We sincerely hope… pic.twitter.com/Dmj3IyZTlJ
— IANS (@ians_india) March 16, 2025
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के लोग भी हिंसा, अशांति और आतंक से थक चुके हैं और शांति चाहते हैं. अपने पहले कार्यकाल में पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिशों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपेक्षित परिणाम नहीं मिले. उन्होंने कहा, "यह एक अनूठा कूटनीतिक कदम था. उस समय जिन लोगों ने मेरी विदेश नीति पर सवाल उठाए थे, वे भी हैरान रह गए थे. तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब में इस ऐतिहासिक कदम की तारीफ की थी."
भारत की विदेश नीति का संदेश
मोदी ने बताया कि सभी सार्क देशों के नेताओं को आमंत्रित करना भारत की स्पष्ट और आत्मविश्वास से भरी विदेश नीति का प्रतीक था. इससे दुनिया को शांति और सद्भाव के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का संदेश गया, लेकिन पाकिस्तान से सकारात्मक जवाब नहीं मिला.
डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ
पॉडकास्ट में डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व पर सवाल पूछे जाने पर पीएम मोदी ने उनकी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि वह ट्रंप के अमेरिका के प्रति अटूट समर्पण की सराहना करते हैं. पिछले साल ट्रंप पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए उन्होंने उनकी मजबूती और संकल्प की तारीफ की. पीएम ने कहा, "मेरे और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक मजबूत रिश्ता है."
2002 के गोधरा दंगों पर खुलासा
2002 के गोधरा दंगों पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके खिलाफ गलत कहानियां फैलाई गईं. उन्होंने बताया कि 2002 से पहले गुजरात में 250 से ज्यादा दंगे हो चुके थे और सांप्रदायिक हिंसा आम थी. उस समय दुनिया भी आतंकवाद और हिंसा की चपेट में थी. लेकिन 2002 के बाद गुजरात में एक भी दंगा नहीं हुआ. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार वोट बैंक की राजनीति नहीं करती, बल्कि "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास" के सिद्धांत पर चलती है.
पीएम ने यह भी कहा कि दंगों के बाद उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई, लेकिन अंततः न्याय की जीत हुई और कोर्ट ने उन्हें निर्दोष ठहराया. यह पॉडकास्ट न केवल भारत की विदेश नीति और शांति के प्रयासों को दर्शाता है, बल्कि पीएम मोदी के व्यक्तिगत अनुभवों और दृष्टिकोण को भी सामने लाता है.