प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया. राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में देश के गणमान्य लोगों को हथकड़ियां पहनाई गई थीं. पीएम मोदी ने हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेताओं में गिने जाने वाले बलराज साहनी को लेकर कांग्रेस को घेरा.
पीएम मोदी ने कहा-नेहरू जी प्रधानमंत्री थे, पहली सरकार थी और मुंबई में मजदूरों की एक हड़ताल हुई. उसमें मजरूह सुल्तानपुरी ने एक कविता गाई थी, इसके जुर्म में नेहरू जी ने उन्हें जेल भेज दिया. बलराज साहनी एक जुलूस में शामिल हुए थे, उन्हें जेल में बंद कर दिया गया था. संविधान निर्माताओं से प्रेरणा लेना चाहिए था लेकिन ये कांग्रेस है जिसने आजादी के तुरंत बाद ही उनकी भावनाओं की धज्जियां उड़ा दी थीं. जब देश में चुनी गई सरकार नहीं थी, तब जो बैठे थे महाशय, उन्होंने संविधान में संशोधन कर दिया आते ही. चुनी हुई सरकार आने तक का भी इंतजार नहीं किया. अखबारों पर लगाम लगाई और डेमोक्रेट का टैग लगाकर घूमते रहे दुनिया में. ये संविधान की भावना का पूरी तरह अनादर था.
देवानंद की फिल्मों पर लगाया बैन-पीएम मोदी
पीएम मोदी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने वीर सावरकर पर एक कविता आकाशवाणी पर प्रसारित करने की योजना बनाई, उन्हें आकाशवाणी से बाहर कर दिया गया. देश ने इमरजेंसी का दौर भी देखा है. देवानंद ने इमरजेंसी को सपोर्ट नहीं किया तो उनकी फिल्में बैन करा दीं.
बलराज साहनी ने जेल में रहकर पूरी की शूटिंग
दरअसल, बलराज साहनी अपनी पत्नी के साथ कम्युनिस्ट पार्टी के जुलूस में शामिल होने गए थे, उस जुलूस में हिंसा हो गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उस समय बलराज साहनी के आसिफ की फिल्म में काम कर रहे थे. आसिफ के कहने पर जेलर ने बलराज साहनी को जेल में रहकर शूटिंग करने की इजाजत दे दी. बलराज साहनी तड़के शूटिंग के लिए जेल से बाहर आते और शाम को सूरज ढलने से पहले जेल लौट आते थे. इसी तरह जेल में रहते-रहते ही अभिनेता ने फिल्म 'हलचल' की शूटिंग पूरी की थी.