Ayodhya Security:  पीएम मोदी के दौरे को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, एयरपोर्ट से अयोध्याधाम जंक्शन तक परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर

Ayodhya Security: पीएम शनिवार को अयोध्या से नई दिल्ली जाने वाली वंदे भारत और दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे. 10 से ज्यादा कंपनी पीएसी और पैरा मिलिट्री फोर्स रहेगी

Antriksh Singh

Ayodhya Security: प्रधानमंत्री का मुख्य कार्यक्रम एयरपोर्ट और  अयोध्याधाम जंक्शन पर होगा. पीएम यहां रोड-शो भी करेंगे. इस मार्ग पर पुलिस एवं पैरामिलिट्री फोर्स तैनात रहेगी  पीएम के आवागमन मार्ग पर भी बम निरोधक दस्ता व डॉग स्क्वायड को निरंतर चेकिंग का निर्देश दिया गया है. कई जिलों से खुफिया एजेंसियों के उपाधीक्षक व निरीक्षक भी यहां लगाए गए हैं.

आज  देर रात से हाईवे पर यातायात परिवर्तित हो जाएगा. शनिवार को सुबह सात बजे से रामनगरी की ओर सामान्य वाहनों का प्रवेश रोक दिया जाएगा. होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशाला सहित ऐसे स्थान, जहां आगंतुक ठहरते हैं, उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है.

आज  एयरपोर्ट से अयोध्याधाम जंक्शन तक उच्चाधिकारियों की निगरानी में पीएम की फ्लीट के साथ पूर्वाभ्यास किया गया. वीवीआईपी वाहनों की कतार एयरपोर्ट के गेट नंबर तीन से निकली. फ्लीट निकलते ही मार्गों पर उसी प्रकार यातायात डायवर्जन किया गया. इसके कारण शहर में जाम की समस्या भी हुई. इसके अलावा ड्रोन से भी हो रही है निगरानी.

पीएम की सुरक्षा के लिए बहुत से पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. इनमें 12 पुलिस अधीक्षक, 30 अपर पुलिस अधीक्षक, 80 पुलिस उपाधीक्षक, 400 निरीक्षक, 700 उप निरीक्षक, तीन हजार सिपाही, दस कंपनी पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स शामिल हैं. एटीएस और एनएसजी की टीमें भी यहां पहुंच गई हैं. गुरुवार की रात इन पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताया गया था.

पीएम शनिवार को अयोध्या से दो नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. ये ट्रेनें अयोध्या-दिल्ली वंदे भारत और दरभंगा-अयोध्या-नई दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस हैं. ये दोनों ट्रेनें उद्घाटन से पहले ही अयोध्या कैंट पहुंच गई हैं. चेन्नई से रेल इंजीनियर यहां इनकी जांच करने के लिए आए थे. शुक्रवार को इन ट्रेनों की प्रारंभिक मरम्मत के बाद इन्हें अयोध्याधाम भेज दिया गया. इन ट्रेनों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा एजेंसियां तैनात की गई हैं. अयोध्याधाम जंक्शन पर पीएम स्कूली बच्चों, रेल अधिकारियों और नए भवन को बनाने वाले कर्मचारियों से भी बात करेंगे.