PM Modi On Reservation: लोकसभा चुनाव से पहले आरक्षण को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बड़ा वादा किया है. राहुल गांधी ने बीचे दिनों कहा था कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के बाद पूरे देश में जाति जनगणना कराई जाएगी और आरक्षण पर लगी 50 प्रतिशत की सीमा हटाई जाएगी. राहुल गांधी ने इस बयान को लेकर पीएम मोदी ने आज राज्यसभा में जवाब देते हुए कांग्रेस और नेहरू पर जोरदार हमला बोला है.
राज्यसभा में नेहरू की एक चिट्ठी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक बार उन्होंने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर कहा था कि मैं किसी को आरक्षण देना पसंद नहीं करता हूं, सरकारी नौकरी में तो बिल्कुल भी नहीं. नेहरू ने अपने पत्र में कहा था कि मैं हर उस कदम के खिलाफ हूं जिससे अकुशलता को बढ़ावा दिया जाए. इसी को आधार बनाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही आरक्षण के विरोध में रही है.
आरक्षण के मुद्दे पर राज्यसभा में पीएम मोदी ने कांग्रेस और नेहरू को आड़े हाथ लिया है. पीएम मोदी ने कहा है कि कांग्रेस शुरू से ही आरक्षण के खिलाफ थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ-साथ जवाहर लाल नेहरू भी आरक्षण के खिलाफ थे. उन्होंने आगे कहा कि अगर बाबा साहब आंबेडकर नहीं होते तो देश के वंचित वर्गों को आरक्षण नहीं मिलता.
आरक्षण पर लगी 50 प्रतिशत की सीमा हटाने को लेकर हाल में ही राहुल गांधी ने कहा था कि यह एक कृत्रिम और अनुचित सीमा थी. राहुल ने कहा था कि दलितों और आदिवासियों के आरक्षण अधिकारों की रक्षा करते हुए 50 प्रतिशत की सीमा हटा दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा था कि देश में अलग-अलग जातियों की स्थिति जानने के लिए देश भर में जाति जनगणना कराई जाएगी.
कांग्रेस पर अपना हमला तेज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के विरोध में रही है. पीएम ने कहा कि कभी-कभी मेरे मन में सवाल उठता है कि अगर बाबा साहब नहीं होते तो क्या एससी-एसटी को आरक्षण मिलती? उन्होंने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि देश में गुलामी की मानसिकता को बढ़ावा किसने दिया.... अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अंग्रेजों द्वारा बनाई गई दंड संहिता को क्यों नहीं बदली.