भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मूल के अमेरिकी इंटरप्रेन्योर और लेख़क विवेक रामास्वामी से हाल ही में मुलाकात की. यह मुलाकात वाशिंगटन डी.सी. में प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान हुई. इस बैठक के दौरान दोनों के बीच भारत-अमेरिका संबंधों, व्यापार, और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई.
विवेक रामास्वामी एक प्रसिद्ध अमेरिकी उद्यमी हैं, जो बायोटेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर इंटरप्रेन्योर में अपनी सफलता के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपनी कंपनी रोवां (Roivant Sciences) की स्थापना की, जो तरह तरह के दवाओं और चिकित्सा उत्पादों के विकास पर काम करती है. रामास्वामी के विचार और कार्यों ने उन्हें कई देशों में रेपुटेड बना दिया है, और उनकी सफलता का मार्गदर्शन भारतीय मूल के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विवेक रामास्वामी के बीच यह मुलाकात दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. इस बैठक में मोदी ने रामास्वामी के कार्यों की सराहना की और उन्हें भारत के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रेरित किया. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत में बायोटेक्नोलॉजी और स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े अवसर मौजूद हैं, जिनका लाभ उठाने के लिए भारतीय और अमेरिकी उद्यमियों को मिलकर काम करना चाहिए.
विवेक रामास्वामी ने कहा, "भारत में बायोटेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर के क्षेत्र में अनगिनत संभावनाएँ हैं. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास कर रहा है और मैं इसमें योगदान देने के लिए उत्साहित हूं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्वीट:
Met Mr. @VivekGRamaswamy and his father-in-law in Washington DC. We talked about diverse issues including innovation, culture and more. pic.twitter.com/1yC34x5DFX
— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2025
यह मुलाकात भारत और अमेरिका के बीच मजबूत हो रहे व्यापारिक संबंधों को और भी प्रगाढ़ बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकती है. दोनों देशों के बीच निवेश, तकनीकी सहयोग और स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी की संभावनाओं को लेकर गहरी चर्चा की गई. साथ ही, यह बैठक दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को और भी अधिक समृद्ध करने की दिशा में एक मील का पत्थर हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विवेक रामास्वामी की मुलाकात ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत और अमेरिका के बीच भविष्य में और भी बेहतर व्यापारिक और रणनीतिक संबंध बन सकते हैं. यह मुलाकात भारत के विकास की ओर एक और कदम बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.