नई दिल्ली: श्रीराम जन्मभूमि में तीर्थ क्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी ने पीएम मोदी को राजर्षि की उपाधि दी है. रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न होने के बाद अपने संबोधन के दौरान स्वामी गोविंद देव गिरी ने कहा कि यह मंदिर में केवल एक मूर्ति की प्रतिष्ठा नहीं है, यह पूरे समाज की आस्था की प्रतिष्ठा है. पूरे राष्ट्र और विश्व को भगवान श्रीराम की प्रतिष्ठा से आलोकित होने का पर्व आरंभ हो चुका है.
स्वामी गोविंद देव गिरी ने कहा "परिवर्तन लाने के लिए अपने जीवन को साधना पड़ता है और इस प्रकार जीवन साधने वाले रत्न के रूप में हमे प्रधानमंत्री प्राप्त हुए हैं. यह केवल इस देश का ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व का सौभाग्य है कि आज हमें एक ऐसा राजर्षि प्राप्त हुआ है. हमें आज ऐसा ही एक महापुरुष मिला है जो भारत मां की सेवा कर रहा है. मैं अपने को कभी श्रद्धा रखने को लेकर भावुक नहीं पाता हूं, लेकिन आज इस तरह के राजर्षि को देखता हूं तो श्रद्धा दिखाने से नहीं रोक पाता. आज हमें एक श्रीमंत योगी मिला है. प्रतिष्ठा के लिए खुद को सिद्ध करने की भावना कहां होती है, अगर मुझसे ऐसा कोई पूछेगा तो मैं कहूंगा ऐसी भावना मोदी जी में है."
आज का सर्वोत्कृष्ट संबोधन यही था। मोदी जी द्वारा 'राम क्या हैं' वाला अंश भी उत्तम था, परंतु जो भाव स्वामी जी ने जगाए, वो किसी के भी भाषण में नहीं था। pic.twitter.com/PuRksenBHs
— Ajeet Bharti (@ajeetbharti) January 22, 2024
अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न होने के बाद आज सुबह राम मंदिर के मुख्य द्वार पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. सुबह की लालिमा के साथ रामभक्त भगवान रामलला की पूजा-अर्चना और उनके दर्शन करने के लिए सुबह 3 बजे से ही बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए हैं. अयोध्या में भव्य राम मंदिर आज से जनता के लिए खोल दिया गया है.