नई दिल्ली: दोनों सदनों से कई विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सदन में आना नहीं चाहते. वे संसद के चालू सत्र के बीच वाराणसी और अहमदाबाद में व्याख्यान दे रहे हैं. संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी दलों के सदस्यों ने संसद परिसर के अंदर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी भी शामिल हुई. सभी सांसद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और NCP अध्यक्ष शरद पवार के नेतृत्व में अपना विरोध प्रदर्शन जताया. प्रदर्शनकारियों सांसदों के प्लेकार्ड पे लिखा था "लोकतंत्र घेरे में है, हम पिंजरे में नहीं बंधेंगे," और "प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चुप क्यों हैं?"
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा "देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी BJP का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह लोकतंत्र की अवधारणा से बिल्कुल अनजान है. यह संसदीय लोकतंत्र को खत्म करने के लिए एक पूर्व नियोजित हमला है. वे हिटलर के उदाहरण का अनुसरण कर रहे हैं. संसद के अंदर स्प्रे के जरिए धुआं बम में सरीन जैसी जहरीली गैस थी, अगर यह फिदायीन होती तो क्या होता? सभी सदस्यों की जान जा सकती थी. नए संसद भवन में उच्चतम स्तर की सुरक्षा होगी, लेकिन हमने बिल्कुल विरोधाभासी दृश्य देखे''
#WATCH | Delhi: On Parliament security breach incident and 92 MPs being suspended, Congress MP Digvijaya Singh says, “The organisation (BJP) which Narendra Modi represents as the Prime Minister of the country, is absolutely unaware of the concept of democracy… This was a… pic.twitter.com/aMDdhoZFku
— ANI (@ANI) December 19, 2023
विपक्ष की ओर से केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की हंगामे के बाद लोकसभा से 95 और राज्यसभा से 46 सहित कुल 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. बीते कल लोकसभा के 33 विपक्षी सांसद और राज्यसभा के 45 विपक्षी सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. विपक्षी सांसदों को शेष शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित करने का कारण कदाचार और सभापति के निर्देशों का पालन करने में विफलता बताया गया.