Prime Minister Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग से बात की. PM मोदी ने विनाशकारी भूकंप में हुए जानमाल के नुकसान पर गहरी संवेदना जताई. उन्होंने भारत की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है. PM मोदी ने इस संबंध में एक्स पर ट्वीट किया है.
अपने ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, 'म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बात की. विनाशकारी भूकंप में जान गंवाने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.एक करीबी मित्र और पड़ोसी के रूप में भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है.'
Spoke with Senior General H.E. Min Aung Hlaing of Myanmar. Conveyed our deep condolences at the loss of lives in the devastating earthquake. As a close friend and neighbour, India stands in solidarity with the people of Myanmar in this difficult hour. Disaster relief material,…
— Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2025
भारत का 'ऑपरेशन ब्रह्मा'
भारत ने आपदा के तुरंत बाद 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू कर दिया है. जिसके तहत राहत सामग्री, मानवीय सहायता और खोज-बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है. अब तक भारत म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेज चुका है.
हजारों मौतें, कई घायल और लापता
शुक्रवार दोपहर 7.7 तीव्रता के इस भीषण भूकंप ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मृतकों की संख्या 1,002, घायल 2,376 और कई लापता बताए जा रह हैं.
मांडले था भूकंप का केंद्र
मांडले के पास केंद्रित इस भूकंप के बाद 6.4 तीव्रता के कई झटके महसूस किए गए, जिससे बड़ी संख्या में इमारतें ढह गईं, सड़कें और पुल नष्ट हो गए तथा एक बांध टूट गया.
थाईलैंड में भी भूकंप का असर
इस भूकंप के झटके पड़ोसी देश थाईलैंड में भी महसूस किए गए. बैंकॉक मसहित कई हिस्सों में इमारतें बर्बाद हुई. बैंकॉक के बाजार के पास एक निर्माण स्थल से कई लोगों के लापता होने की खबर है. राहत दल मलबा हटाने में जुटे हैं, लेकिन उम्मीदें धीरे-धीरे धूमिल हो रही हैं. उत्तरी थाईलैंड के चियांग माई सहित कई हिस्सों में मंदिरों, अस्पतालों और आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा है.