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India Daily

JDU राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एजेंडे को लेकर तस्वीर हुई साफ! इस्तीफे की अटकलों पर ललन सिंह का बड़ा बयान

पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी जेडीयू की नियमित बैठक है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकें अक्सर होती रहती हैं. नीतीश कुमार हमारे सर्वोच्च नेता हैं और जेडीयू एक है और हमेशा एक रहेगी.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
JDU National Executive Meeting

हाइलाइट्स

  • इस्तीफे की अटकलों पर ललन सिंह का बड़ा बयान
  • पार्टी नेतृत्व में बदलाव के दावे को JDU ने किया खारिज

नई दिल्ली: JDU ने उन सभी तमाम मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया है, जिनमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बाद पार्टी नेतृत्व में बदलाव का दावा किया गया है. जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि मैं सभी अफवाहों को खारिज करता हूं. पार्टी ने दो दिवसीय बैठकें बुलाई हैं. आज शाम 4 बजे कार्यालय में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक है. कल सुबह 11 बजे विट्ठल भाई पटेल हाउस में कार्यकारिणी की बैठक होगी और दूसरे हिस्से में राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है. इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए CM नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच रहे हैं. 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी के भीतर किसी तरह के कोई बदलाव के सवाल पर त्यागी ने कहा कि ये सभी बातें पार्टी के आंतरिक मामलों की हैं, इन पर न तो कोई टिप्पणी की जाती है और न ही सार्वजनिक रूप से बयान दिया जाता है. 

केसी त्यागी ने तस्वीर की साफ 

JDU एक है और हमेशा एक रहेगी

वहीं पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी जेडीयू की नियमित बैठक है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकें अक्सर होती रहती हैं. नीतीश कुमार हमारे सर्वोच्च नेता हैं और जेडीयू एक है और हमेशा एक रहेगी. JDU शुक्रवार को दिल्ली में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की और राष्ट्रीय परिषद की बैठक करेगी. यह बैठकें ऐसे समय बुलाई गयी है, जब सीएम कुमार के अगले कदम को लेकर तमाम तरह की सियासी चर्चाएं सियासी गलियारों में सुर्खियों में बनी हुई है.

JDU अध्यक्ष ललन सिंह इस्तीफे का कर सकते है ऐलान!

चर्चाओं की मानें तो जेडीयू के वर्तमान अध्यक्ष ललन सिंह आरजेडी के करीब हो गए हैं. जिसके बाद वो सवालों के घेरे में आ गए है. अब इस बात की चर्चा है कि JDU अध्यक्ष ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन 29 दिसंबर की बैठक में अपने इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं. इस पर अंतिम फैसला अब सीएम नीतीश कुमार को लेना है कि ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने देना है या वह खुद इस जिम्मेदारी को संभालते है. अगर नीतीश कुमार खुद ही पार्टी की कमान संभालते है तो पहले की तरह पार्टी से जुड़े हुए सभी फैसले लेने के लिए वह आजाद होगे. ऐसे में यह बड़ा सवाल बना हुआ है कि क्या नीतीश कुमार कोई नई राह पकड़ने वाले है?