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फलोदी सट्टा बाजार में कौन जीत रहा है दिल्ली विधानसभा चुनाव, आप बीजेपी में से किसके साथ हो गया खेला?

आम आदमी पार्टी (आप) पिछले 10 सालों से दिल्ली की सत्ता में है और 2025 के चुनावों में हैट्रिक जीत हासिल करने की उम्मीद कर रही है. हालांकि, अंतिम नतीजे 8 फरवरी को ही घोषित किए जाएंगे, जब यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन उम्मीदवार जीता है और कौन हारा है.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Phalodi Satta Bazaar who is winning Delhi Assembly election BJP Aap Congress Arvind Kejriwal

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज वोटिंग जारी है. वोटिंग से पहले ही फलोदी सट्टा बाजार ने अपनी पहले की भविष्यवाणी में बड़ा मोड़ लिया है. पहले जहां फलोदी सट्टा बाजार ने आम आदमी पार्टी (AAP) के पक्ष में मजबूत समर्थन की बात की थी, वहीं अब यह अपना रुख बदलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में शिफ्ट हो गया है. ताजा भविष्यवाणी के अनुसार भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. नेताओं के वोट शेयर और जीत हार क भाव ऊपर-नीचे हो रहे हैं.

फलोदी सट्टा बाजार ने पहले अनुमान लगाया था कि AAP 41 सीटों के आसपास जीत सकती है, लेकिन अब उसे 34 से 36 सीटों के बीच की संभावना जताई जा रही है. अगर यह अनुमान सच साबित होता है तो AAP दिल्ली में अपनी सरकार खो सकता है. वहीं, बीजेपी को भी 34 से 36 सीटों के बीच मिलने का अनुमान है, जिससे दोनों पार्टियों में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. कुछ भी दोनों के बीच कांटे की टक्कर फलौदी बाजार में भी देखने को मिल रही है.

राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव

दिल्ली में बीजेपी 26 सालों से सत्ता से बाहर है, जबकि आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 में सरकार बनाई थी. अरविंद केजरीवाल, जो AAP के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री हैं, को अपनी नई दिल्ली सीट बचाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. उनके जीतने की संभावनाएं पहले के मुकाबले अब कम नजर आ रही हैं, और इसके चलते सट्टा बाजार में उनके जीतने की दर में भी वृद्धि हो चुकी है.

भ्रष्टाचार के आरोप और बीजेपी की आक्रामक रणनीति

बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ भ्रष्टाचार और शीशमहल जैसे मुद्दों को लेकर आक्रामक अभियान चलाया है. इन आरोपों ने मतदाताओं पर असर डाला है, और यह सट्टा बाजार की भविष्यवाणियों को भी प्रभावित कर सकता है. इसके अलावा, AAP के करीब दो दर्जन विधायकों के टिकट काटने के फैसले से पार्टी को नुकसान हो सकता है.

1 फरवरी को, आठ AAP विधायक बीजेपी में शामिल हो गए, जो केजरीवाल के लिए एक और मुश्किल साबित हो सकती है. इस प्रकार के पलायन से AAP की स्थिति कमजोर हुई है और बीजेपी की स्थिति मजबूत हुई है.

AAP का प्रदर्शन और उसका लक्ष्य

2015 में 67 सीटों और 2020 में 62 सीटों पर जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी इस बार भी तीसरी बार जीतने की उम्मीद लगाए बैठी है. हालांकि, पार्टी के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने से उसकी सीटों की संख्या पर असर पड़ सकता है. पहले के अनुमान के अनुसार, AAP को 37 से 39 सीटें मिलने की संभावना थी, लेकिन अब ताजा आंकड़े 38 से 40 सीटों के बीच दिखा रहे हैं, जो पार्टी के पक्ष में एक हल्का सकारात्मक बदलाव है.

प्रमुख सीटों के लिए भविष्यवाणियां

नई दिल्ली – अरविंद केजरीवाल (AAP) vs. प्रवेश वर्मा (BJP) vs. संदीप दीक्षित (Congress)
फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार, अरविंद केजरीवाल इस सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं. उनके पक्ष में सट्टा दर 66-85 के बीच है.

कालका जी – अतिशी (AAP) vs. रमेश विधुरी (BJP) vs. अल्का लांबा (Congress)
यह सीट भी बहुत ही रोमांचक मुकाबला है. AAP की अतिशी इस सीट पर अग्रणी हैं, और उनके पक्ष में सट्टा दर 25-33 के बीच है.

जंगपुरा – मनीष सिसोदिया (AAP) vs. तरविंदर एस. मारवाह (BJP) vs. फरहाद सूरी (Congress)
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस सीट पर भी आगे हैं. उनके पक्ष में सट्टा दर 55-70 के बीच है.

अंतिम परिणाम का इंतजार

इन सभी सट्टा भविष्यवाणियों के बावजूद, वास्तविक नतीजे 8 फरवरी को ही सामने आएंगे, जब वोटों की गिनती की जाएगी. दिल्ली विधानसभा चुनाव में फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणियों में बदलाव इस बात को दर्शाता है कि मुकाबला इस बार बहुत ही कड़ा होगा, और दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और AAP के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी.
 

डिस्‍क्लेमरः  इंडिया डेली लाइव किसी भी प्रकार के सट्टे को प्रोत्साहन नहीं करता.