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क्या मरीज, क्या स्टाफ, अपने रिटायरमेंट पर सब को रुला गए AIIMS दिल्ली के डॉ. जीवन सिंह तीतीयाल, वीडियो वायरल

डॉ. जीवन सिंह तीतीयाल का जन्म उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के दारमा वैली क्षेत्र में हुआ था. उनका जीवन हमेशा से मानवता और सेवा के प्रति समर्पित रहा. एम्स दिल्ली में अपनी शानदार और लंबे करियर के दौरान, उन्होंने न केवल चिकित्सा की उच्चतम मानकों को पालन किया, बल्कि मरीजों के साथ अपनी गहरी संवेदनशीलता और देखभाल से उनका दिल भी जीता.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Patients and employees of AIIMS Delhi cried on the retirement of Dr Jeevan Singh Titiyal

भारत में चिकित्सा के क्षेत्र में कई ऐसे नाम हैं जिन्होंने अपनी सेवा और समर्पण से न केवल अपने पेशे को गौरवान्वित किया, बल्कि मरीजों और उनके परिवारों के दिलों में भी विशेष स्थान बनाया. ऐसे ही एक असाधारण व्यक्तित्व हैं डॉ. जीवन सिंह तीतीयाल, जिन्होंने एम्स दिल्ली में अपनी समर्पित सेवा से न केवल मेडिकल क्षेत्र को सम्मानित किया, बल्कि लाखों लोगों के दिलों में अपनी विशेष जगह बनाई.

मानवता को समर्पित रहा डॉ. जीवन सिंह तीतीयाल 
डॉ. जीवन सिंह तीतीयाल का जन्म उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के दारमा वैली क्षेत्र में हुआ था. उनका जीवन हमेशा से मानवता और सेवा के प्रति समर्पित रहा. एम्स दिल्ली में अपनी शानदार और लंबे करियर के दौरान, उन्होंने न केवल चिकित्सा की उच्चतम मानकों को पालन किया, बल्कि मरीजों के साथ अपनी गहरी संवेदनशीलता और देखभाल से उनका दिल भी जीता.

उनकी सेवाओं को लेकर मरीजों और सहकर्मियों में गहरी श्रद्धा थी. वे हमेशा मरीजों की भलाई को सबसे पहले प्राथमिकता देते थे, चाहे वो नाजुक परिस्थितियाँ हों या आम इलाज. उनका उद्देश्य हमेशा यही था कि कोई भी मरीज बिना इलाज के न जाए और हर व्यक्ति को उचित चिकित्सा सेवाएं मिलें.

रिटायरमेंट पर भावुकता का माहौल
डॉ. जीवन सिंह तीतीयाल का एम्स दिल्ली में योगदान अविस्मरणीय रहेगा. जब उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा की, तो केवल मरीजों ही नहीं, बल्कि उनके सहकर्मियों और कर्मचारियों में भी गहरी भावुकता का माहौल था. डॉ. तीतीयाल के रिटायरमेंट पर उनकी सेवाओं का महत्व और उनके द्वारा की गई मानवता की सेवा सभी को याद आई. मरीजों से लेकर एम्स के कर्मचारी तक, सभी की आंखों में आंसू थे, क्योंकि वे जानते थे कि उनकी सेवा केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं थी, बल्कि हर व्यक्ति के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाने के रूप में थी.

लाइव कार्निया ट्रांसप्लांट सर्जरी करने वाले पहले भारतीय
जीवन सिंह टिटियाल एक भारतीय नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं, जिन्हें किसी भारतीय डॉक्टर द्वारा पहली लाइव कॉर्निया प्रत्यारोपण सर्जरी का श्रेय दिया जाता है.  चिकित्सा के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए उन्हें 2014 में भारत सरकार द्वारा चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.