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उड़ान में हुई देरी तो फ्लाइट से बाहर आ सकेंगे यात्री, जानें आखिर क्यों लिया गया ये फैसला

उड़ान में देरी अक्सर तीन कारणों के कारण होती है, सर्दियों में घने कोहरे के कारण, किसी हादसे के कारण या तकनीकी खराबी के कारण.

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Edited By: India Daily Live
flight delay

Flight Delay BCAS New Rules: बोर्डिंग के बाद अगर आपकी फ्लाइट में देरी होती है तो आप फ्लाइट से उतरकर सकेंगे. जी, हां अब आपको फ्लाइट में बैठने के दौरान उसके उड़ान भरने का इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी. देरी होने पर आप फ्लाइट से उतर पाएंगे. एविएशन सेफ्टी को देखने वाली संस्था ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने 30 मार्च को जो गाइडलाइन जारी की थी उसे अब लागू कर दिया गया है.

किसी हादसे, खराब मौसम और तकनीकी खराबी के कारण अक्सर उड़ान में देरी होती है. इस गाइडलाइन के जारी होने के बाद अब हवाई यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. हालांकि अब एयरपोर्ट के लिए थोड़ा काम बढ़ जाएगा. एयरपोर्ट्स को अब देरी होने पर विमान से उतरकर टर्मिनल पर वापस आने वाले यात्रियों की दोबारा जांच के इंतजाम करने होंगे ताकि दोबारा विमान में जाने के दौरान यात्रियों और विमान की सुरक्षा को कोई खतरा न हो.

यात्रियों को अब नहीं करना होगा लंबा इंतजार

BCAS के महानिदेशक ज़ुल्फिकार हसन ने सोमवार को कहा कि हमने विमान कंपनियों और एयरपोर्ट संचालकों दोनों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उड़ान में देरी होने के दौरान यात्रियों को लंबे समय तक विमान में न बैठना पड़े. यह आदेश शनिवार को जारी किया गया था.

डिपार्चर एरिया में करनें होंगे यात्रियों की सुरक्षा के इंतजाम

BCAS एयरपोर्टों पर सिक्योरिटी प्रोटोकॉल की देखरेख करता है. उन्होंने कहा कि हमने हवाईअड्डा संचालकों को हवाई जहाज से उतरने के बाद डिपार्चर एरिया में यात्रियों की  सुरक्षा जांच के इंतजाम करने के लिए भी कहा है और ये नियम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों पर लागू होंगे.

कितनी देरी होने पर बाहर निकल सकेंगे यात्री?

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोंधित करते हुए हसन ने कहा कि उड़ान में देरी होने के बाद अगर एयरलाइन यात्रियों को खुद से नहीं उतारती है तो एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों को हालातों को देखकर उन्हें उतारना होगा. हालांकि फ्लाइट में कितनी देरी के बाद यात्रियों को निकालने की अनुमति होगी इसे लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

आखिर क्यों लिया गया ये फैसला
ये फैसला यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. दरअसल, बीते महीनों में उड़ान में देरी के कारण 2 बड़ी घटनाएं हुई थीं. जनवरी में मुंबई एयरपोर्ट पर उड़ान में देरी से नाराज यात्री फ्लाइट से उतरे और टारमैक पर बैठ गए थे. यात्रियों ने वहीं बैठकर खाना खाया था.

वहीं एक दूसरी घटना इंडिगो की दिल्ली-गोवा फ्लाइट में हुई थी, जहां उड़ान में हुई देरी के कारण एक यात्री ने अपना आपा खो दिया था और फ्लाइट के स्टाफ से झगड़े पर उतारू हो गया था. झगड़े के दौरान यात्री को विमान के स्टाफ से उसे विमान से उतरने की अनुमति देने की कहते हुए सुना गया.