'इस बार दिल्ली के लोगों ने...', अरविंद केजरीवाल को हराने वाले परवेश वर्मा की जीत पर क्या बोलीं उनकी दोनों बेटी त्रिशा और सानिधि?
परवेश वर्मा की दोनों बेटियां, त्रिशा और सानिधि वर्मा, चुनावी प्रचार में सक्रिय रूप से शामिल थीं और उन्होंने अपने पिता की उम्मीदवारी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न अभियान गतिविधियों में भाग लिया.
Delhi Assembly Elections Result: 2025 दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रमुख उम्मीदवार परवेश साहिब सिंह वर्मा ने नई दिल्ली सीट पर एक शानदार जीत हासिल की. इस जीत ने न केवल उनकी राजनीतिक मौजूदगी को मजबूत किया बल्कि उनकी परिवारिक समर्थन की ताकत को भी प्रदर्शित किया. परवेश वर्मा की दोनों बेटियां, त्रिशा और सानिधि वर्मा, चुनावी प्रचार में सक्रिय रूप से शामिल थीं और उन्होंने अपने पिता की उम्मीदवारी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न अभियान गतिविधियों में भाग लिया.
परवेश वर्मा का राजनीतिक सफर और पारिवारिक समर्थन
परवेश वर्मा, जो दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं, दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण शख्सियत हैं. पहले पश्चिम दिल्ली से सांसद रहे परवेश वर्मा की राजनीति में गहरी पैठ है और उनका मजबूत समर्थन आधार है. इस बार नई दिल्ली विधानसभा सीट पर उनकी जीत ने यह साबित कर दिया कि उनकी राजनीति में अब भी वही जोश और ताकत है. परवेश वर्मा की पत्नी स्वाति सिंह, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा की बेटी हैं, उनके साथ एक समर्पित परिवार है, जिसमें त्रिशा, सानिधि और शिवेन नामक तीन बच्चे हैं.
चुनावी अभियान में त्रिशा और सानिधि की सक्रिय भूमिका
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में परवेश वर्मा ने अपने अभियान के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया, जैसे कि बुनियादी ढांचे का विकास, सार्वजनिक सेवाओं में सुधार, और प्रशासनिक सुधार. इस दौरान उनकी दोनों बेटियाँ त्रिशा और सानिधि वर्मा भी सक्रिय रूप से जनता से जुड़ीं और चुनाव प्रचार में उनकी भागीदारी ने एक व्यक्तिगत और सजीव पहलू को उजागर किया. उन्होंने मीडिया के सामने आकर अपने पिता के पक्ष में जनता से वोट मांगे और यह दिखाया कि एक परिवार किस प्रकार राजनीति में ईमानदारी और सेवा के लिए समर्पित होता है.
त्रिशा वर्मा की चुनावी जीत पर प्रतिक्रिया
चुनाव परिणामों के घोषणा के बाद त्रिशा वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "लोगों को अब बदलाव चाहिए क्योंकि वे इस सरकार से थक चुके हैं. यह सरकार वादे तो करती है, लेकिन हमेशा बहाने बनाती है. मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार बीजेपी को जीत मिलेगी." त्रिशा की बातों ने उनके आत्मविश्वास और चुनावी जीत की उम्मीद को व्यक्त किया, और जब चुनाव आयोग ने परवेश वर्मा की जीत की पुष्टि की, तो यह विश्वास सही साबित हुआ.
सानिधि वर्मा का संदेश
चुनाव परिणामों के बाद, त्रिशा और सानिधि वर्मा दोनों ने दिल्ली के मतदाताओं का आभार व्यक्त किया. सानिधि ने कहा, "हमारे पिता ने जो भी काम किया है, वह हमेशा ईमानदारी और मेहनत से किया है. दिल्ली के लोगों ने इस बार जो फैसला लिया है, वह इस बात का प्रतीक है कि वे झूठे वादों से तंग आ चुके हैं और अब वे ईमानदारी और जवाबदेही की राजनीति चाहते हैं." यह संदेश इस बात का प्रमाण था कि वर्मा परिवार का समर्पण और राजनीति में उनका योगदान एकजुट और सकारात्मक दृष्टिकोण से जुड़ा हुआ है.
दिल्ली के मतदाताओं का संदेश
परवेश वर्मा की जीत को लेकर त्रिशा और सानिधि वर्मा ने साफ तौर पर कहा कि यह जीत दिल्ली के लोगों का एक स्पष्ट संदेश है. उन्होंने कहा, "इस बार दिल्ली के लोगों ने यह फैसला किया कि अब झूठे वादों और बहानों के बजाय वे सही काम और सही नेता चाहते हैं. हमें गर्व है कि लोग हमारी पार्टी और हमारे पिता की मेहनत और निष्ठा को पहचानते हैं.