'ऐरा गैरा नत्थू खैरा...', कपिल मिश्रा को टिकट मिलने पर भड़के मौजूदा MLA मोहन सिंह बिष्ट, BJP को दे डाली चुनौती, वीडियो वयारल
बिष्ट ने कहा यह एक बड़ी गलती है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस निर्णय में जमीनी कार्यकर्ताओं की अहमियत को नजरअंदाज किया है. बिष्ट ने आगे कहा, "आने वाले दिनों में पार्टी को चुनाव में जमीनी कार्यकर्ताओं की अहमियत का अहसास होगा."
बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के भीतर एक बड़ा हमला करते हुए, करावल नगर विधानसभा सीट से कपिल मिश्रा को टिकट दिए जाने पर कड़ी आलोचना की है. बिष्ट ने इसे बीजेपी की बड़ी गलती करार दिया और पार्टी नेतृत्व की निर्णय प्रक्रिया पर सवाल उठाए.
पार्टी की सोच पर सवाल
मोहान सिंह बिष्ट ने एक बयान में कहा, "स्पष्ट रूप से पार्टी इसे बीजेपी की सीट समझती है और यह सोचती है कि बीजेपी में किसी भी 'ऐरा गैरा नत्थू खैरा' को लाकर चुनावी मैदान में उतार देंगे, वह जीत जाएगा. यह एक बड़ी गलती है." उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस निर्णय में जमीनी कार्यकर्ताओं की अहमियत को नजरअंदाज किया है. बिष्ट ने यह भी जोड़ा कि "आने वाले दिनों में पार्टी को चुनाव में जमीनी कार्यकर्ताओं की अहमियत का अहसास होगा."
करावल नगर से ही लडूंगा चुनाव
अपने बयान में बिष्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी अन्य सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे और केवल करावल नगर से ही अपनी उम्मीदवारी दाखिल करेंगे. उन्होंने कहा, "मैं 17 जनवरी से पहले करावल नगर सीट से अपनी नामांकन पत्र दाखिल करूंगा." हालांकि, बिष्ट ने पार्टी से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की कोई अपील नहीं की और न ही किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ने की कोई पेशकश की.
अन्य सीटों को लेकर भी जताई चिंता
मोहान सिंह बिष्ट ने पार्टी के फैसले को सिर्फ करावल नगर तक सीमित नहीं रखा. उन्होंने बीजेपी द्वारा अन्य सीटों पर किए गए फैसलों पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा, "न केवल इस चुनाव में, बल्कि बुराड़ी, करावल नगर, घोंडा, सीलमपुर, गोकलपुरी और नंद नगरी सीटों पर क्या होगा, इसका फैसला समय ही करेगा." उनका यह बयान पार्टी के भीतर असंतोष की ओर इशारा करता है और उन सीटों पर होने वाले संभावित परिणामों को लेकर आशंका व्यक्त करता है.
कपिल मिश्रा की उम्मीदवारी पर सवाल
बीजेपी ने 4 जनवरी को अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, जिसमें करावल नगर से कपिल मिश्रा को टिकट दिया गया. मिश्रा, जो पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के सदस्य थे, अब बीजेपी के उम्मीदवार हैं. मोहन सिंह बिष्ट ने इस फैसले पर सवाल उठाया है, क्योंकि वे खुद पांच बार करावल नगर से विधायक रह चुके हैं और उनके पास क्षेत्र के लिए काफी अनुभव है.
पार्टी से मोहब्बत, कांग्रेस से दूरी
बीजेपी से असंतुष्ट होने के बावजूद, मोहन सिंह बिष्ट ने कांग्रेस में शामिल होने की संभावना को खारिज किया है. उनका कहना है कि वे किसी अन्य पार्टी में नहीं जाएंगे और बीजेपी के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखेंगे, भले ही वे पार्टी के निर्णय से असहमत हों.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक चरण में होने हैं और वोटों की गिनती 8 फरवरी को की जाएगी. उम्मीदवारों को 17 जनवरी तक अपनी नामांकन पत्र दाखिल करने होंगे, जिसके बाद 18 जनवरी को नामांकन की जांच होगी और 20 जनवरी तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. इस विवाद के बीच, मोहन सिंह बिष्ट की तीव्र आलोचना बीजेपी के अंदर की खींचतान को उजागर करती है, और यह देखना होगा कि पार्टी अपने फैसले पर पुनर्विचार करती है या नहीं.