लोकसभा के इतिहास में पहली बार एक साथ सस्पेंड हुए 141 सांसद, जानें क्या है कारण
संसद की सुरक्षा में बुधवार को लगाए गए सेंध के मामले में सदन के भीतर अमित शाह के बयान की मांग को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी है. इसी बीच लोकसभा से आज फिर 41 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा 8 राज्यसभा सांसदों को भी सस्पेंड कर दिया गया है.
Opposition MPs Suspended: संसद की सुरक्षा में बुधवार को लगाए गए सेंध के मामले में विपक्ष की ओर से लगातार सदन के भीतर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर लगातार हंगामा जारी है. इसी बीच लोकसभा से आज फिर 41 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा 8 राज्यसभा सांसदों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. आपको बताते चलें, अब तक कुल 141 सांसदों पर एक्शन लिया जा चुका है.
इन सांसदों को भी किया गया सस्पेंड
सदन से आजे सस्पेंड किए गए सांसदों में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, शशि थरूर, बीएसपी से निष्कासित सांसद दानिश अली, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, सपा सांसद एसटी हसन, टीएमसी सांसद माला रॉय, सपा सांसद डिंपल यादव, आम आदमी पार्टी सांसद सुशील कुमार रिंकू भी शामिल हैं.
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान
विपक्षी सांसदों पर की गई इस कार्रवाई को लेकर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान सामने आया है. प्रह्लाद जोशी ने कहा कि ये सभी सांसद सदन में तख्तियां लाकर देश की जनता का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हाल में हुए विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद वो हताश हैं. यदि उनका यही व्यवहार जारी रहा तो वे अगले चुनाव के बाद वापस नहीं आएंगे.
विपक्षी नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
संसद से विपक्ष के सांसदों के निलंबन पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार के ऊपर असुर की शक्ति सवार हो गई है. उन्होंने आगे कहा कि सत्ता में रहने का यह मतलब नहीं कि आप अहंकारी बन जाएं. वहीं, शशि थरूर ने कहा कि इतने सांसदों के निलंबन से एक बात स्पष्ट है कि बीजेपी विपक्ष मुक्त लोकसभा चाहते हैं और वे राज्यसभा में कुछ ऐसी ही करेंगे.