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'जनता ने आपको टेबल तोड़ने नहीं भेजा', स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष को दी कड़ी नसीहत

संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सांसद महाकुंभ भगदड़ की घटना पर चर्चा कराने के लिए मजबूती से डटे हुए हैं. इस बीच दोनों सदनों की कार्यवाही चल रही है, वहीं विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया है, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है.

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Edited By: Ritu Sharma
Mahakumbh2025
Courtesy: Mahakumbh2025

Mahakumbh2025: महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ और मौतों को लेकर संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिला. विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर संसद में प्रदर्शन किया, जिससे कार्यवाही बाधित हुई. राज्यसभा से विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट कर दिया, जबकि लोकसभा में भी जमकर नारेबाजी हुई.

लोकसभा में जोरदार हंगामा, स्पीकर ने जताई नाराजगी

आपको बता दें कि लोकसभा में विपक्ष के सांसदों ने प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में हुई मौतों की सूची जारी करने की मांग की. इस दौरान हंगामा इतना बढ़ गया कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को कड़ा रुख अपनाना पड़ा. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा, ''आपको जनता ने टेबल तोड़ने के लिए नहीं भेजा है. पहली बार चुनकर आए हो, आपको चर्चा के लिए भेजा गया है.'' वहीं स्पीकर ने उन सांसदों को भी टोक दिया, जिन्होंने सवाल पूछने के लिए अपना नाम दिया था, लेकिन प्रदर्शन में शामिल हो गए. उन्होंने कहा, ''आपको प्रश्न पूछने के लिए भेजा गया है या टेबल तोड़ने के लिए?''

सपा सांसदों का बड़ा दावा - हजारों मौतें हुईं

वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव ने भगदड़ को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा, ''प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह भयावह घटना घटी. वहां मौजूद लोगों का कहना है कि हजारों श्रद्धालुओं की मौत हुई है.'' उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि यह गंभीर लापरवाही है.

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का हमला, बोले- 'क्या यही राम राज्य है?'

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने महाकुंभ भगदड़ के साथ अयोध्या में हुई नाबालिग से दुष्कर्म की घटना का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा, ''अयोध्या में यह घटना हुई, क्या यही राम राज्य है? हम दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं.''

विपक्ष ने की पीएम मोदी और सीएम योगी के इस्तीफे की मांग

बताते चले कि महाकुंभ हादसे पर संसद में बहस के दौरान विपक्ष ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरा. प्रदर्शनकारी सांसदों ने दोनों नेताओं के इस्तीफे की मांग करते हुए सरकार पर त्रासदी को छिपाने का आरोप लगाया.

महाकुंभ में भगदड़ से हड़कंप, जांच की मांग

इसके अलावा, महाकुंभ में भगदड़ की वजह से कई श्रद्धालुओं की मौत की खबरों के बाद विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक मृतकों की सूची जारी नहीं की गई है, जिससे विपक्ष आक्रोशित है. हालांकि, लोकसभा में भारी हंगामे के चलते स्पीकर ओम बिरला ने कई बार सांसदों को चेतावनी दी और संसद की कार्यवाही बाधित रही.