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India Daily

Parliament Attack की 22वीं बरसी पर संसद में फिर 'हमला'! विजिटर गैलरी से अंदर कूदे दो शख्स, मचा बवाल

Parliament Big Lapse in Security: संसद भवन की सुरक्षा में एक बड़ी चूक सामने आई है. यहां लोकसभा में कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग अंदर कूद आए.

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Edited By: Naresh Chaudhary
Parliament, Loksabha Session

हाइलाइट्स

  • दोनों आरोपियों को सांसदों ने दबोचा, सुरक्षाकर्मियों के हवाले किया
  • सदन में लगे कैमरों में कैद हुई वारदात, एक आरोपी की पहचान

Parliament Big Lapse in Security: संसद भवन की सुरक्षा में बुधवार को बड़ी चूक हो गई. यहां लोकसभा में कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग अंदर कूद आए. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, दर्शक दीर्घा में बैठा एक शख्स अंदर कूदा इसके बाद दूसरा शख्स भी कूद गया. बताया गया है कि दोनों आरोपियों ने संसद के अंदर गैस छोड़ने वाली कुछ सामग्री फेंकी थी. घटना के बाद सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया गया है. 

सासंदों ने दोनों आरोपियों को दबोचा

सामने आया है कि आरोपियों में से एक का नाम सागर है. दूसरे की पहचान कराई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सांसद दानिश अली ने बताया है कि दोनों लोग मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर विजिट के लिए पहुंचे थे. उधर सदन के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दोनों आरोपियों ने सदन में कुछ संदिग्ध फेंका था. हालांकि सांसदों ने दोनों को दबोच लिया. 

 

Parliament
कैमरे में कैद हुआ आरोपी. उसे पकड़ने की कोशिश करते सांसद.

संसद के बाहर से महिला-पुरुष गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि संसद भवन के बाहर ट्रांसपोर्ट भवन के सामने दो प्रदर्शनकारियों एक पुरुष और एक महिला को भी हिरासत में लिया है, जो होथों में रंग-बिरंगे धुएं के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. दोनों से पूछताछ की जा रही है.

विपक्षी सांसदों ने बताया, सुरक्षा में बड़ी चूक है

लोकसभा में कार्यवाही के दौरान सुरक्षा में हुई चूक के मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद डिंपल यादव ने कहा कि जो भी लोग यहां आते हैं, चाहे वे विजिटर हों या फिर पत्रकार, वे टैग नहीं रखते हैं. इसलिए मुझे लगता है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. यह पूरी तरह से सुरक्षा चूक है. लोकसभा के अंदर कुछ भी हो सकता था.

उधर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि अचानक करीब 20 साल के दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े. उनके हाथ में कुछ संदिग्ध था, जिनसे पीला धुआं निकल रहा था. उनमें से एक अध्यक्ष की कुर्सी की ओर भागने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन है, खासकर 13 दिसंबर को, जिस दिन साल 2001 में संसद पर हमला हुआ था.

टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने इस मामले पर कहा कि यह एक भयानक अनुभव था. कोई भी अनुमान नहीं लगा सका कि उनका लक्ष्य क्या था और वे ऐसा क्यों कर रहे थे? हम सभी तुरंत सदन से बाहर चले गए, लेकिन यह एक सुरक्षा चूक थी. वे धुआं छोड़ने वाले उपकरणों के साथ कैसे प्रवेश कर सकते थे?