23 वर्षीय परिणीता जैन अपने चचेरे भाई की शादी में शामिल होने के लिए इंदौर से विदिशा आई थीं. शनिवार को संगीत समारोह के दौरान, जिसमें 200 से अधिक लोग शामिल हुए थे, वह लोकप्रिय हिंदी गीत 'शरारा शरारा' की धुन पर डांस करने के लिए मंच पर चढ़ गई. डांस के तीस सेकंड बाद, परिणीता बेहोश हो गई. परिवार के कुछ डॉक्टरों ने उसे होश में लाने के लिए सीपीआर की कोशिश की. जब इससे कोई फायदा नहीं हुआ, तो उसे पास के एक अस्पताल में ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने बताया कि उसे दिल का दौरा पड़ा था और उसे मृत घोषित कर दिया गया.
परिणीता एमबीए की पढ़ाई पूरी कर चुकी थी और इंदौर में अपने माता-पिता के साथ रह रही थी. इससे पहले, उसके छोटे भाई की दिल का दौरा पड़ने से दुखद मौत हो गई थी, जब वह 12 साल का था. ऐसी मौतों की संख्या बढ़ रही है. दिल का दौरा पड़ने से कई लोगों की मौत हुई है. जैसे-जैसे डांस परफॉरमेंस या स्पोर्ट्स मैच के बीच में ऐसे लोगों की मौत के दृश्य वायरल होते गए, सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद ऐसे मामले अधिक बार सामने आए हैं और सवाल किया कि क्या ये टीके से जुड़े हैं.
दिल का दौरा पड़ने से कई मौत
हालांकि, डॉक्टरों ने ऐसे दावों को खारिज कर दिया है और कहा है कि पारिवारिक इतिहास और जीवनशैली कारक हृदय स्वास्थ्य के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. पिछले साल तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने एक अध्ययन में पाया है कि कोविड के टीके दिल के दौरे के लिए जिम्मेदार नहीं हैं.
कोविड के टीके वजह?
मनसुख मंडाविया ने कहा अगर आज किसी को स्ट्रोक होता है, तो कुछ लोग सोचते हैं कि यह कोविड के टीके की वजह से है. ICMR ने इस पर विस्तृत अध्ययन किया है. (कोविड) वैक्सीन दिल के दौरे के लिए जिम्मेदार नहीं है. दिल के दौरे के कई कारण हैं, जैसे हमारी जीवनशैली, तंबाकू और अधिक शराब का सेवन कभी-कभी लोगों के बीच गलत सूचना फैल जाती है और कुछ समय के लिए एक धारणा बन जाती है. लेकिन हम जो भी निर्णय लें, वह डेटा-आधारित और वैज्ञानिक शोध-आधारित होना चाहिए.