Pariksha pe charcha: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'परीक्षा पे चर्चा' के तहत इस बार छात्रों को तनाव मुक्त रहने और आनंदपूर्वक सीखने के मंत्र देने के लिए आध्यात्मिक नेता सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने विशेष संवाद किया. उन्होंने छात्रों को समझाया कि परीक्षा के समय तनाव लेने की जरूरत नहीं है और पाठ्यपुस्तकें बुद्धिमत्ता के लिए किसी भी तरह की चुनौती नहीं होतीं.
सद्गुरु ने कहा, "पाठ्यपुस्तकें आपकी बुद्धिमत्ता की परीक्षा नहीं लेतीं. चाहे आपने अभी तक कितनी भी अच्छी या खराब प्रदर्शन किया हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. पाठ्यपुस्तकें आपके ज्ञान की सीमाएं नहीं हैं." उन्होंने छात्रों को यह सुझाव दिया कि वे खेल-खेल में पढ़ाई को अपनाएं. उन्होंने कहा, "अगर आप खेल-खेल में सीखेंगे, तो पाठ्यपुस्तकें कभी भी चुनौती नहीं बनेंगी."
“Pariksha Pe Charcha” is a commendable effort by the Hon’ble Prime Minister. Nowhere else has a world leader worked to foster such a celebratory approach towards learning. If students bring simple Yogic practices into their life, it will bring balance to body and mind and empower… pic.twitter.com/ydHicVKYGL
— Sadhguru (@SadhguruJV) February 14, 2025
तनाव से बचने का उपाय
ध्यान और मानसिक शांति के महत्व पर जोर देते हुए सद्गुरु ने कहा, "बुद्धिमत्ता का मतलब केवल उपयोगिता से नहीं है, बल्कि यह जीवन के अनुभवों की गहराई को दर्शाती है।"
उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई छात्र तनाव महसूस कर रहा है, तो इसका मतलब है कि मस्तिष्क को सही पोषण नहीं मिल रहा। इस स्थिति में ध्यान और सकारात्मक सोच को अपनाना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने चुना अनौपचारिक माहौल
पारंपरिक 'टाउन हॉल' प्रारूप से हटकर, इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने संवाद के लिए दिल्ली की खूबसूरत सुंदर नर्सरी को चुना, जिससे छात्रों को अधिक अनौपचारिक और सकारात्मक वातावरण में बातचीत का मौका मिला.
प्रसिद्ध हस्तियों ने भी साझा किए अनुभव
'परीक्षा पे चर्चा' के विभिन्न एपिसोड में मुक्केबाज एम सी मैरीकॉम और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जैसी हस्तियों ने भी जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अपने अनुभव और प्रेरणादायक बातें साझा की हैं, जिससे छात्रों को जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की प्रेरणा मिली.
'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम का पहला संस्करण
गौरतलब है कि 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम का पहला संस्करण 2018 में दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हुआ था. पिछले साल इसका सातवां संस्करण भारत मंडपम में 'टाउन हॉल' प्रारूप में हुआ, जिसमें देश-विदेश के छात्रों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करना और आत्मविश्वास बढ़ाना है.