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Pariksha Pe Charcha 2025: दीपिका ने बताए एग्जाम में स्ट्रेस को दूर भगाने के नुस्खे, देखें वीडियो

Pariksha Pe Charcha 2025: बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बुधवार को परीक्षा पे चर्चा के दूसरे एपिसोड में छात्रों से मेंटल हेल्थ और स्ट्रेस के प्रबंधन पर चर्चा की. इस दौरान, दीपिका ने बताया कि स्ट्रेस एक इमोशनल स्टेट है, जिसे हर किसी को अपने जीवन में कभी न कभी एक्सपीरियंस करना पड़ता है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Deepika padukone
Courtesy: X (Twitter)

Pariksha Pe Charcha 2025: बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने बुधवार को परीक्षा पे चर्चा के दूसरे एपिसोड में छात्रों से मेंटल हेल्थ और स्ट्रेस के प्रबंधन पर चर्चा की. इस दौरान, दीपिका ने बताया कि स्ट्रेस एक इमोशनल स्टेट है, जिसे हर किसी को अपने जीवन में कभी न कभी एक्सपीरियंस करना पड़ता है. उन्होंने कहा, "स्ट्रेस महसूस होना बड़ी बात नहीं है और यह जीवन का हिस्सा है. इसको हम कैसे संभालते हैं, वही जरूरी है. एग्जाम और रिजल्ट को लेकर धैर्य रखना जरूरी है. हम केवल वही कर सकते हैं, जो हमारे कंट्रोल में है, जैसे नींद पूरी करना, अच्छी तरह से पानी पीना, एक्सरसाइज करना और ध्यान लगाना."

दीपिका ने आगे कहा, "उन चीजों पर फोकस करना चाहिए जिन पर आप कंट्रोल रख सकते हैं... आप यह कंट्रोल कर सकते हैं कि आपने तैयारी की है या नहीं. स्ट्रेस को मैनेज करने के लिए, एग्जाम से एक रात पहले अपने माता-पिता से बात करें. अपने स्ट्रेस के कारण को पहचानें और इसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शेयर करें जिस पर आप विश्वास करते हों."

दीपिका ने स्कूल का एक्सपीरियंस किया शेयर:

दीपिका ने अपने स्कूल दिनों को याद करते हुए कहा, "मैं बहुत ही शरारती थी. मैं हमेशा सोफे, टेबल और कुर्सियों पर चढ़ कर कूदती रहती थी." उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वह मैथ्स जैसे सब्जेक्ट्स में स्ट्रेस महसूस करती थीं, जिनसे वह आज भी जूझ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किताब से एक सलाह शेयर करते हुए दीपिका ने कहा, "नरेंद्र मोदी जी ने अपनी किताब में कहा था कि अपनी भावनाओं को दबाने के बजाय उन्हें व्यक्त करें. इसलिए हमेशा अपने दोस्तों, परिवार, माता-पिता या शिक्षकों से अपनी भावनाएं साझा करें."

माता-पिता के लिए मैसेज:

दीपिका ने यह भी साझा किया कि वह खुशकिस्मत थीं कि उनके माता-पिता ने कभी उन पर ज्यादा नंबर लाने का दबाव नहीं डाला. उन्होंने माता-पिता से अपील की, "मैं चाहती हूं कि माता-पिता अपने बच्चों की क्षमता को पहचानें और उसे निखारें."

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 फरवरी को दिल्ली में 'परीक्षा पे चर्चा' के आठवें वर्जन की शुरुआत की थी. पहले एपिसोड में, उन्होंने दिल्ली के सुंदर नर्सरी में छात्रों से बातचीत की थी.