Rameshwaram Cafe Blast: बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में विस्फोट के बाद 10 लोगों के घायल होने से हड़कप मचा हुआ हैं. रामेश्वरम कैफे में बीते शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे बम विस्फोट हुआ और इस धमाके में होटल स्टाफ और ग्राहकों समेत कुल 10 लोग घायल हो गए. अभी तक की ताजा जानकारी के मुताबिक कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. इस संबंध में एचएएल पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम और बम निरोधक दस्ते ने घटनास्थल का दौरा किया है और मामले की जांच जारी हैं. सीसीटीवी कैमरे में टोपी, चश्मा और मास्क पहने हुए व्यक्ति को कैद किया गया है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि उस व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसने अपना चेहरा आंशिक रूप से छिपा रखा था. प्रारंभिक जांच में स्टील टिफिन बॉक्स में मौजूद कम तीव्रता वाले डिजिटल टाइमर उपकरण रखे जाने की जानकारी सामने आयी है.
इस घटना को लेकर रामेश्वरम कैफे के संस्थापक और प्रबंध निदेशक दिव्या राघवेंद्र राव ने कहा, "विस्फोट के तुरंत बाद मुझे होटल के कर्मचारियों और परिवार के सदस्यों से फोन आया जिन्होंने मुझे घटना की जानकारी दी. ब्रुकफील्ड शाखा में कुल 150 कर्मचारी कार्यरत हैं. हमारे पास होटल के पिछले हिस्से को छोड़कर जहां आपूर्ति और आवश्यक सामान लादा जाता है, खाने की जगह पर कोई सुरक्षा उपाय नहीं थे. जिस क्षेत्र में विस्फोट हुआ वह हाथ धोने के क्षेत्र के करीब है और आमतौर पर वहां भीड़भाड़ नहीं होती है. हम जांच में बेंगलुरु पुलिस के साथ हर संभव तरीके से सहयोग कर रहे हैं. सीसीटीवी कैमरे की मदद से जांच जारी है. जैसा कि पहले बताया गया था कि यह सिलेंडर विस्फोट नहीं था क्योंकि रसोई में सभी सिलेंडर और उपकरण सुरक्षित हैं. विस्फोट के तुरंत बाद सभी पीड़ितों को अस्पताल ले जाया गया और वे अब सुरक्षित हैं."
घटनास्थल का दौरा करने के बाद कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के कहा कि आरोपी के चेहरे की विशेषताएं रेस्तरां के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई हैं और पुलिस अधिकारियों को संदिग्ध को पकड़ने के लिए खुली छूट दी गई है. आरोपी रेस्तरां में दोपहर के भोजन के लिए आया था. उसने बस से यात्रा की थी. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रारंभिक जांच के अनुसार उस व्यक्ति को एक बैग के साथ देखा गया जिसमें कम तीव्रता वाले विस्फोटक थे, उसने एक पेड़ के पास कम तीव्रता वाले विस्फोटकों से भरा एक बैग रखा था. उसने बम का समय तय कर लिया था और दोपहर करीब एक बजे विस्फोट हो गया. धमाका बहुत जोरदार था और करीब 10 लोग घायल हो गए हैं. संदिग्ध के चेहरे सहित पूरा घटनाक्रम कैमरे में रिकॉर्ड किया गया है. इसमें शामिल लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक और सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में राजनीति नहीं की जानी चाहिए.
राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट में घायल हुए दस लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, नेता प्रतिपक्ष आर अशोक और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र भी मौजूद रहे. कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जानी चाहिए. सीएम को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने सिद्धारमैया सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपनी मानसिकता बदलने और ऐसे नापाक तत्वों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने की जरूरत है जो कानून व्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह गंभीर कार्रवाई करे. कोई कानून-व्यवस्था नहीं. यह सरकार ठीक से नहीं चल रही है."