Firing on LoC: जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान ने एक बार फिर उकसावे की कार्रवाई करते हुए मंगलवार रात कई इलाकों में गोलीबारी की. यह लगातार छठा दिन है जब पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी कारण के छोटे हथियारों से फायरिंग की. राजौरी के नौशेरा और सुंदरबनी सेक्टर, जम्मू के अखनूर और परगवाल इलाके, साथ ही कुपवाड़ा और बारामुल्ला जिलों में गोलियों की आवाज गूंजी. भारतीय सेना ने पूरी सतर्कता के साथ जवाबी कार्रवाई की और स्थिति पर नियंत्रण रखा.
पाकिस्तानी फायरिंग का पैटर्न और बढ़ती घटनाएं
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की ओर से सीमा पार गोलीबारी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. पहलगाम हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतारा था. इसके बाद से कुपवाड़ा, बारामुल्ला और अखनूर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में फायरिंग की कई घटनाएं सामने आई हैं. 1 अप्रैल को कृष्णा घाटी सेक्टर में एक माइन ब्लास्ट के जरिए घुसपैठ की कोशिश का भी पता चला था, जिसके बाद लगातार गोलाबारी की गई.
25 से 27 अप्रैल तक गोलियों की बारिश, LoC पर 34 से ज्यादा जगहों पर उल्लंघन
वहीं 24-25 अप्रैल की रात को कुपवाड़ा में फिर से गोलीबारी हुई. इसके अगले ही दिन 25-26 अप्रैल को नियंत्रण रेखा पर करीब 34 स्थानों से गोलीबारी की खबरें आईं. 26-27 अप्रैल की रात को भी कुपवाड़ा जिले में दो और घटनाएं दर्ज की गईं. यह सीमा पर बढ़ती हुई शत्रुता का साफ संकेत है.
पीएम मोदी की उच्चस्तरीय बैठक, सेना को कार्रवाई की खुली छूट
बताते चले कि इन घटनाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक हाई-लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की, जिसमें सुरक्षा हालात की समीक्षा की गई. बैठक में पीएम मोदी ने साफ कहा, ''भारत की प्रतिक्रिया कब, कहां और कैसे होगी, इसका फैसला सशस्त्र बल खुद करेंगे. उन्हें पूरी ऑपरेशनल फ्रीडम दी गई है.'' यह बयान साफ करता है कि भारत अब हर हमले का जवाब उसी भाषा में देने के लिए तैयार है.