menu-icon
India Daily

पाकिस्तानी सेना ने अप्रैल में इतनी बार किया सीजफायर उल्लंघन, भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब

Pak Army Cross Border Firing: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कई समझौते रद्द कर दिए हैं. वहीं, पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है.

auth-image
Edited By: Shilpa Srivastava
Pak Army Cross Border Firing

Pak Army Cross Border Firing: भारत और पाकिस्तान के बीच इंटरनेशनल बॉर्डर पर सीजफायर के उल्लंघन का कल रात पांचवा दिन रहा. पाकिस्तानी सेना ने सोमवार रात जम्मू-कश्मीर में एलओजी (एलओसी) पर कई स्थानों पर बिना उकसावे के गोलीबारी की. अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना ने इसका जवाब प्रभावी ढंग से दिया. ये घटनाएं कुपवाड़ा और बारामुल्ला जिलों के साथ-साथ अखनूर सेक्टर से रिपोर्ट की गईं.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ चुका है. इस बीच पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफायर उल्लंघन का यह लगातार पांचवां दिन है. पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी. इसके बाद पाकिस्तान द्वारा सीजफायर उल्लंघन लगातार बढ़ रहे हैं. भारतीय सेना तत्वरता से जवाब भी दे रही है. 

अप्रैल में पाकिस्तान द्वारा सीजफायर उल्लंघन में वृद्धि देखी गई:

  • 1 अप्रैल: महीने की शुरुआत कृष्णा घाटी सेक्टर में एक माइन ब्लास्ट से हुई, जिसका कथित उद्देश्य घुसपैठ को आसान बनाना था. इसके बाद एलओजी पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बिना उकसावे के गोलीबारी की गई.

  • 22 अप्रैल: पहलगाम आतंकी हमले की रात, पुंछ जिले में सीजफायर उल्लंघन की खबरें आईं.

  • 24-25 अप्रैल: कुपवाड़ा में रात के दौरान सीमा पार से गोलीबारी की खबरें आईं.

  • 25 अप्रैल: एलओजी पर 34 जगहों पर गोलीबारी की खबरें आईं.

  • 26-27 अप्रैल: कुपवाड़ा जिले में सीजफायर उल्लंघन की दो घटनाएं दर्ज की गईं.

  • 28 अप्रैल: सोमवार की रात, पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने एलओजी पर कुपवाड़ा और पुंछ जिलों को निशाना बनाते हुए छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी.

पहलगाम हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में इस्लामाबाद पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने और बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है. भारत ने सिंधु जल संधि रद्द करने, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द करने जैसे कदम उठाए. साथ ही राजनयिक मिशन को कम करना, अटारी और ऑक्ट्रोई चौकियों पर इंटरनेशनल बॉर्डर प्वाइंट्स को बंद करना और सीमा पर सेना की तैनाती को काफी मजबूत करना शामिल है.