Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आते हुए कार्रवाई शुरू की दी. पीएम मोदी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठकी की. पहलगाम हमले को लेकर मोदी सरकार ने गुरुवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया गया है. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है ताकि इस गंभीर मुद्दे पर एकजुट होकर विचार किया जा सके.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे नेतृत्व
सूत्रों ने बताया कि इस सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. वह इस दौरान सभी दलों के नेताओं को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की पूरी जानकारी देंगे. इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे. राजनाथ सिंह इस बैठक में हमले की वजहों और सरकार की भविष्य की योजना के बारे में भी चर्चा करेंगे.
अमित शाह और राजनाथ सिंह ने की नेताओं से बात
इस बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कई राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत की है. दोनों नेताओं ने इस हमले को लेकर सभी दलों से एकजुटता दिखाने की अपील की है. सूत्रों का कहना है कि सरकार इस मामले में सभी पक्षों की राय लेना चाहती है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.
विपक्ष ने की थी बैठक की मांग
कई विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस ने सरकार से मांग की थी कि इस आतंकी हमले के बाद एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए. विपक्ष का कहना है कि इस तरह के हमले देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं और इसे रोकने के लिए सभी दलों को मिलकर काम करना होगा. कांग्रेस सहित अन्य दलों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है.
पीएम मोदी ने की सुरक्षा समिति की बैठक
बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की एक अहम बैठक की थी. यह बैठक पहलगाम में हुए इस बड़े आतंकी हमले के बाद बुलाई गई थी. यह हमला लंबे समय बाद नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है. इस बैठक में देश की सुरक्षा को लेकर गहन चर्चा हुई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रणनीति बनाई गई.
एकजुट होकर लड़ने की जरूरत
पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. सरकार और विपक्ष दोनों ही इस हमले की कड़ी निंदा कर रहे हैं. अब सभी की नजर इस सर्वदलीय बैठक पर टिकी है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की रणनीति पर विचार किया जाएगा.