Padma Awards: गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले इस साल मिलने वाले पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया. इस साल देश की 132 हस्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, इनमें से 5 को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण और 110 को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा.
पद्म विभूषण
पद्म भूषण
बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती, उषा उथुप, फातिमा बीबी (मरणोपरांत), उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक को पद्म भूषण देने का ऐलान किया गया है.
किन्हें दिया जाया है पद्म पुरस्कार
अपने-अपने क्षेत्र में अपने कामों से असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले और एक अलग पहचान बनाने वाले लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है.
पद्म पुरस्कारों का इतिहास
पद्म पुरस्कार (पद्म भूषण, पद्म विभूषण, पद्मश्री) देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल है. 1954 से हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर इन पुरस्कारों की घोषणा की जाती है.
ये पुरस्कार कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, सामाजिक कार्य, विज्ञान समेत कई क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल करने वाले और विशिष्ट काम कनरे वालों को दिए जाते हैं. padmaawards.gov.in वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार पहले पद्म पुरस्कारों के तीन वर्ग थे पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग. 8 जनवरी 1955 के बाद इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री कर दिया गया.
कब मिलता है कौन सा पुरस्कार
पद्म विभूषण: असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए.
पद्म भूषण: उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए.
पद्मश्री: विशिष्ट सेवा के लिए.
आपको बता दें कि कोई भी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र होता है लेकिन सरकारी कर्मचारी (डॉक्टर और वैज्ञानिक को छोड़कर) पद पर रहते हुए इन पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं होता.
पद्म पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों को क्या मिलता है?
इन पुरस्कारों का वितरण समारोह राष्ट्रपति भवन में होता है. पद्म पुरस्कार से सम्मानित हस्तियों को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और सील वाला सर्टिफिकेट और एक मेडल दिया जाता है.
. पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति को मेडल की एक रेप्लिका भी दी जाती है जिसे वो किसी भी समारोह में पहन सकते हैं.
. पुरस्कार विजेताओं को किसी भी तरह का नकद पुरस्कार, किसी विशेष प्रकार की छूट नहीं दी जाती है.
कैसे होता है चयन
. सभी राज्य सरकारें, केंद्र सरकार, केंद्र सरकार के मंत्रालय या विभाग, भारत रत्न या पद्म विभूषण से सम्मानित कोई भी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए किसी के नाम की सिफारिश कर सकता है. यह प्रक्रिया हर साल होती है.
. यही नहीं कोई व्यक्ति खुदसे भी इन पुरस्कारों के लिए अपने नाम की सिफारिश कर सकता है. इसके लिए आपको awards.gov.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा.
. अपने या किसी अन्य के नाम की सिफारिश हर साल 1 मई से 15 सितंबर के बीच ही की जा सकती है. 15 सितंबर नाम वापस लेने की आखिरी तारीख होती है.
. पद्म पुरस्कारों के नामों पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री एक कमेटी का गठन करते हैं. कैबिनेट सचिव इस कमेटी के अध्यक्ष होते हैं. नामों पर विचार करने के बाद ये कमेटी पीएम और राष्ट्रपति को नाम भेजती है और उनकी मंजूरी के बाद इन नामों की घोषणा की जाती है.
. एक साल में 120 ही पद्म पुरस्कार दिए जा सकते हैं, हालांकि अगर इनमें मरणोपरांत और विदेशियों के नाम शामिल हैं तो यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है.