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India Daily

2 सीटों पर 75000 वोटर, दिल्ली में ओवैसी की ग्रैंड एंट्री, दिल्ली दंगो के आरोपियों पर खेला दांव, AAP को हरा दी 1 सीट

दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया. 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है. लेकिन इस बार दिल्ली चुनाव में ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने शानदार प्रदर्शन किया है. आइये जानते हैं कैसे

Owaisi's party's spectacular performance

Delhi Election Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया. 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के सभी बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है. आम आदमी पार्टी के सभी बड़े नेता इस चुनाव में हार गए, लेकिन आम आदमी पार्टी ने एक बड़ी सीट कालका जी पर इस बार भी अपना दबदबा कायम रखा है.

इस सीट पर आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने जीत दर्ज की है. इस सीट पर अगर आंकड़ों की बात करें तो आतिशी ने रमेश बिधूड़ी को 3521 वोटों से हराया है. लेकिन इस बार दिल्ली चुनाव में ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने शानदार प्रदर्शन किया है. 

मुस्लिम बहुल सीट पर शानदार प्रदर्शन

इस चुनाव में ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने अपने दो उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. एक मुस्तफाबाद और दूसरा ओखला सीट से. भले ही दोनों उम्मीदवार हार गए, लेकिन अगर दोनों के प्रदर्शन की बात करें तो यह शानदार रहा है. ओवैसी ने दिल्ली की मुस्लिम बहुल सीट मुस्तफाबाद से अपनी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद ताहिर हुसैन को मैदान में उतारा था. मोहम्मद ताहिर हुसैन इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे.

मुस्तफाबाद की सीट 

आपको बता दें, मोहम्मद ताहिर हुसैन 2020 के दिल्ली दंगों में आरोपी हैं, जिसमें कुल 53 लोगों की मौत हुई थी. इस उम्मीदवार ने पुलिस हिरासत में चुनाव प्रचार किया था. इसे कस्टोडियल कैंपेनिंग कहते हैं. इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार मोहन सिंह बिष्ट को कुल 85215 वोट मिले और वो 17578 वोटों से जीते. दूसरे नंबर पर रहे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आदिल अहमद खान को 67637 वोट मिले. लेकिन इस सीट के सबसे चर्चित उम्मीदवार ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के मोहम्मद ताहिर हुसैन रहे. क्योंकि उन्हें 33474 वोट मिले.

ओखला की सीट

ओखला सीट की बात करें तो ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी ने यहां से शिफा उर रहमान खान को टिकट दिया है और उन पर भी दिल्ली दंगों का आरोप है. शिफा उर रहमान खान भी अभी जेल में हैं और उन्होंने इस चुनाव में हिरासत में रहकर प्रचार किया था. इस सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान को कुल 88943 वोट मिले और उन्होंने 23639 वोटों से जीत दर्ज की.

दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मनीष चौधरी रहे जिन्हें 65304 वोट मिले और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के उम्मीदवार शिफा उर रहमान खान 39558 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे. अमानतुल्लाह खान ने यह सीट 23639 वोटों से जीती. इस सीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार अरीबा खान को 12739 वोट मिले.

सिर्फ दो सीटों पर क्यों लड़ा चुनाव? 

इस मीडिया चैनल में इंटरव्यू के दौरान जब ओबीसी से पूछा गया कि वह दिल्ली में सिर्फ दो सीटों पर ही चुनाव क्यों लड़ रहे हैं तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि बाकी सीटें मैंने उनके जीतने के लिए रखी हैं. इस चुनाव में ओबीसी की पार्टी की ऐसी एंट्री देखकर यह साबित होता है कि उनके अपने वोटर अब धीरे-धीरे पूरे भारत में तैयार हो रहे हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी में क्या बदलाव आते हैं.