Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन बिल पर पक्ष-विपक्ष के बीच खींचातान जारी है. वक्फ बिल पर आज हुई संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक का सभी विपक्षी दलों के सांसदों ने बहिष्कार कर दिया. सदस्यों ने आरोप लगाया कि कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग और कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिप्पादी, जो प्रजेन्टेशन दे रहे हैं वह वक्फ बिल के बारे में नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि अनवर कर्नाटक सरकार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं जो कि समिति के अनुरूप और स्वीकार्य नहीं हैं.
नियमों के अनुसार काम नहीं कर रही कमेटी
विपक्ष के नेताओं द्वारा वक्फ संशोधन बिल पर जेपीसी की बैठक का बहिष्कर किए जाने को सही ठहराते हुए शिवसेना (UBT) के नेता अरविंद सावंत ने कहा, 'हम बैठक का बहिष्कार कर रहे हैं क्योंकि वे नैतिक रूप से काम नहीं कर रहे हैं. मूलत: वह गलत हैं.'
VIDEO | "We are boycotting the meeting because they are not functioning ethically. Principally, they are wrong," says Shiv Sena (UBT) leader Arvind Sawant (@AGSawant) on opposition members boycotting meeting of Joint Parliamentary Committee on Waqf Amendment bill.
— Press Trust of India (@PTI_News) October 14, 2024
(Full video… pic.twitter.com/QpEM2DppI1
विपक्षी सांसद जैसे गौरव गोगोई, कांग्रेस नेता इमरान मसूद, डीएमके के ए राजा, शिव सेना यूबीटी के अरविंद सावंत, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, सपा नेता मोहिबुल्लाह, आप नेता संजय सिंह बैठक से बाहर चले गए और उन्होंने समिति की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया. सावंत ने रिपोर्टरों से कहा कि जेपीसी को बिल की जांच कर रही है, वह नियमों के अनुरूप काम नहीं कर रही है.
उन्होंने और अन्य सांसदों ने आरोप लगाया कि समिति के खिलाफ गवाई देवे वाले एक शख्स को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़के के खिलाफ व्यक्तिगत रूप से आरोप लगाने की अनुमति दी गई. इसके बाद विपक्ष ने अपने अगले कदम के लिए अलग से एक बैठक की जिसमें से कुछ ने कहा कि वे इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष से संपर्क कर सकते हैं. बीजेपी सांसद जगदंपिका पाल की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक ने अपनी कार्रवाही जारी रखी.