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जब गब्बर का मतलब बताने पर भड़के योगी के मंत्री, सवाल करने वालों को राजभर ने बताया सपा का एजेंट

OP Rajbhar Angry On Media: ओपी राजभर के पीला गमछा वाले बयान पर मीडिया ने जब उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो वह मीडिया पर भड़क गए. इस दौरान उन्होंने मीडिया को समाजवादी पार्टी का एजेंट बताते हुए कहा कि यह सवाल सपा का है.

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Edited By: India Daily Live
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OP Rajbhar Angry On Media: 'किसी भी थाने में जाओ तो सफेद नहीं बल्कि पीला गमछा डालकर जाओ. उन्होंने कहा था कि अगर आप पीला गमछा डालकर जाते हो तो फिर किसी की हिम्मत नहीं है कि वह आपके काम करने से मना कर दे, क्योंकि उसे पीले गमछे में मंत्री ओपी राजभर नजर आएगा'. ये बातें यूपी की योगी कैबिनेट में हाल में ही मंत्री बने ओम प्रकाश राजभर ने कही है. दरअसल, सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री ओपी राजभर यूपी के मऊ में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया है. 

थाने में पीला गमछा लगाकर जाने के सवाल पर मीडिया ने ओपी राजभर से जब उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो वह मीडिया पर ही भड़क उठे. दरअसल, बलिया में राजभर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे. इसी दौरान मीडिया ने उनसे पूछा कि आप कहते है कि मैं गब्बर हूं और पीला गमछा लगाकर कार्यकर्ताओं को थाने चले जाने की बात कहते  हैं तो राजभर ने भड़कते हुए कहा कि आप समाजवादी पार्टी के एजेंट बनकर आये हो और जो सवाल समाजवादी पार्टी द्वारा दिया गया है वही पूछ रहे हो.

समाजवादी पार्टी के सवाल का जवाब चाहते हो?

ओपी राजभर ने कहा कि गरीबों के मन मे उत्साह भरने के लिए, उनका मनोवल बढ़ाने के लिए हम पूर्वांचल की भाषा में उनको बोलते हैं और उसको आप दूसरी भाषा मे समझते हैं. राजभर ने कहा कि हमारी भाषा दूसरी होती है. वो खलनायक की भूमिका नही था वो हीरो की भूमिका था. शोले  फ़िल्म में हीरो कौन था. खलनायक उसको बोलेंगे? राजभर ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी की तरफ से लिख के लाए हो कि यही पूछना है? अरे शिक्षा पे पूछो समाज मे असमानता है उस पर सवाल पूछो.

क्या बोल गए थे ओम प्रकाश राजभर

सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री ओरी राजभर ने कहा था कि किसी भी थाने में जाओ तो सफेद नहीं पीला गमछा लगाकर जाना. फिर किसी की हिम्मत नहीं है कि वो आपके काम की मना कर दे, क्योंकि उसे पीले गमछे में मंत्री राजभर नजर आएगा. उन्होंने आगे कहा था कि वहां जाकर बोलना कि मंत्री जी भेजे हैं. फिर दरोगा जी की पावर नहीं है जो आपके काम की मना कर दे. राजभर ने आगे कहा कि सिर्फ दरोगा ही नहीं, एसपी और डीएम की भी पावर नहीं है, जो आपको मना कर दे. राजभर ने कहा कि आज हम जिस मुकाम पर खड़े हैं, उसमें डीजीपी की भी पावर नहीं है कि वो पूछे, मंत्री ने भेजा है या नहीं?