menu-icon
India Daily

खुद कर्ज में डूबा, स्कैमर्स को 'किराए' पर दे दिया अपना बैंक अकाउंट, ऑनलाइन फ्रॉड का ये खुलासा हैरान कर देगा

Online Trading Scam: गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किए गए एक शख्स के बारे में सामने आया है कि वह अपने बैंक अकाउंट को ऐसे लोगों को देता था जो साइबर क्राइम में शामिल थे. पुलिस ने अपनी जांच में कहा है कि कम से कम 56 मामले ऐसे हैं जिनमें इस बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया गया है. अब पुलिस ने इस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है और उससे जुड़े लोगों की तलाश भी शुरू कर दी गई है. बताया गया है कि इस केस का ताल्लुक हवाला ऑपरेटर्स से भी है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Cyber Crime
Courtesy: Social Media

गुजरात के सूरत शहर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. ऑनलाइन फ्रॉड के एक मामले में सूरत से गिरफ्तार किए गए शख्स के बारे में हुए खुलासे हर किसी को हैरान कर रहे हैं. कर्ज में डूबे इस कारोबारी ने अपना बैंक अकाउंट उन लोगों को किराए पर दे रखा था जो साइबर क्राइम करके लोगों को ठगते थे. इतना ही नहीं, यह कारोबारी उन लोगों से अपना कमीशन भी लेता था. अब पुलिस ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा किया है. सामने आया है कि शेयर ट्रेडिंग की धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह के बारे में पुलिस ने छानबीन शुरू की थी और आखिर में वह इस कारोबारी तक पहुंच गई.

रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवाड़ की पुलिस 2.5 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी के मामले की जांच कर रही थी. इसी छानबीन में एक ऐसा बैंक अकाउंट सामने आया जिसमें ये पैसे आ रहे थे. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि दुबई में बैठे मास्टरमाइंड क्रिप्टोकरेंसी और हवाला के जरिए पैसे भेजते थे जो इसी अकाउंट में आते थे. पुलिस ने कई महीनों में साइबर क्राइम के 56 केस की जांच की है. ऐसे कई ट्रांजेक्शन मिले हैं जिनसे पुलिस के दावे सही भी साबित होते हैं.

कई गुना रिटर्न का झांसा देकर लगाया चूना

25 जून को एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. इसके मुताबिक, दो भाइयों के खातों से 2.45 करोड़ रुपये उड़ा दिए गए थे.  इन लोगों को एक फर्जी ब्रोकरेज फर्म के नाम पर चूना लगाया गया. बताया गया कि इन्हें अच्छे-खासे रिटर्न का झांसा दिया गया था.  इन लोगों को 2.45 करोड़ के निवेश पर 14 करोड़ रुपये का रिटर्न दिखाया गया था. जब तक इनको एहसास होता, तब तक देर हो चुकी थी. उन्होंने कोशिश की लेकिन इस प्लेटफॉर्म से अपने पैसे नहीं निकाल पाए.

पिंपरी-चिंचवाड़ के साइबर क्राइम विभाग के असिस्टेंट इंस्पेक्टर प्रवीण स्वामी ने इस केस की जांच की तो इसके तार गुजरात के सूरत तक पहुंचे. जांच में पता चले कि श्री राधे एंटरप्राइजे के मालिक निकुंज मकवाना के नाम पर खुले बैंक खाते का इसमें इस्तेमाल किया गया. खाते में दर्ज मोबाइल नंबर उनकी पत्नी की था. निकुंज खुद घर पर नहीं था और आसपास ही छिपा हुआ था. हालांकि, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पुणे ले आई.

अब पता चला है कि टेक्सटाइल बिजनेस चलाने वाला निकुं घाटे में चल रहा था. उस पर कई लोगों का कर् भी था. अब पता चला है कि वह अपने अकाउंट में स्कैमर्स के पैसे रखता था और उनसे 5 से 10 पर्सेंट कमीशन लेता था. उसके तार कुछ ऐसे लोगों से जुड़े हैं जो राजस्थान से दुबई तक फैले हुए हैं और ऐसी ही गतिविधियों में संलिप्त हैं. अधिकारियों के मुताबिक, ये पैसे हवाला के जरिए भेजे भी गई. जांच अधिकारी प्रवीण स्वामी ने बताया कि कम से कम 56 केस में इस बैंक खाते का इस्तेमाल किया गया है.