नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यह जम्मू-कश्मीर में पहली सरकार है. साल 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में उमर को सीएम पद की शपथ दिलाई. राहुल गांधी और अखिलेश यादव सहित विपक्षी भारतीय ब्लॉक के शीर्ष नेता समारोह में शामिल हुए हैं.
राज्यपाल मनोज सिन्हा ने डिप्टी सीएम के रूप में सुरेंदर चौधरी को शपथ दिलाई है. इनके अलावा मंत्री सकीना इट्टू, जावेद राणा, जावेद डार, सतीश शर्मा को भी शपथ दिलाई गई. शपथ लेने के बाद उमर अब्दुल्ला दोपहर 3:00 बजे एडमिनिस्ट्रेटिव सेक्रेटरी के साथ मीटिंग करेंगे.
इस शपथ समारोह में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, JKNC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, AAP नेता संजय सिंह, CPI नेता डी राजा सहित INDIA गठबंधन के अन्य नेता यहां मौजूद हैं.
#WATCH उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2024
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, JKNC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, AAP नेता संजय सिंह, CPI नेता डी राजा सहित… pic.twitter.com/3CoXSIWVsz
बता दें कि आज कांग्रेस के किसी भी विधायक ने उमर के साथ मंत्रीपद की शपथ नहीं ली है. वहीं इस पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस मंत्रिमंडल से बाहर नहीं है लेकिन उनकी नई सरकार का हिस्सा बनने का फैसला उन्हें करना है. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'एनसी (नेशनल कॉन्फ्रेंस) और कांग्रेस के बीच सब कुछ ठीक है, अन्यथा (मल्लिकार्जुन) खड़गे, राहुल (गांधी) और वरिष्ठ कांग्रेस नेता यहां नहीं आते. उनकी उपस्थिति इस बात का संकेत है कि गठबंधन मजबूत है और हम लोगों के लिए काम करेंगे.'