Odisha Woman Misdeed: ओडिशा के ढेंकनाल जिले में पुलिस ने रविवार को चार लोगों को एक खाली पड़े मकान में महीनों तक 22 साल की महिला के साथ गैंगरेप करने के आरोप में हिरासत में लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, खाली पड़े मकान में महिला अपने मानसिक रूप से बीमार पिता के साथ कुछ सालों से रह रही थी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, महिला अब 7 महीने की प्रेग्नेंट है. पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने शनिवार को उसे बचाया. फिलहाल, पीड़िता को वन स्टॉप सेंटर (सखी केंद्र) की देखरेख में रखा गया है. वन स्टॉप सेंटर (सखी केंद्र) हिंसा की शिकार महिलाओं और बच्चों को सेवाएं प्रदान करता है. अधिकारियों ने बताया कि महिला और उसके पिता अपनी खराब आर्थिक स्थिति के कारण इस खाली पड़े घर में रह रहे थे. सूत्रों ने बताया कि महिला की मां की कई साल पहले मौत हो चुकी है और उसके पिता मानसिक रूप से अस्थिर हैं.
पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने रविवार को मामला दर्ज कर चार लोगों को हिरासत में लिया है. एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम पीड़िता के बयान की जांच कर रहे हैं... मामले में सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी रैंक के अधिकारी को सौंपा गया है और एसपी सीधे मामले की निगरानी कर रहे हैं.
घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए ओडिशा की डिप्टी सीएम पार्वती परिदा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने ढेंकनाल के एसपी से बात की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि ओडिशा के मानवाधिकार कार्यकर्ता जयंत कुमार दास की ओर से इस गंभीर मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग यानी NHRC का दरवाजा खटखटाया गया, जिसके बाद ढेंकनाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की.
सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों से पूछताछ जारी है. जानकारी जुटाई जा रही है कि क्या उनके अलावा कोई और भी इस वारदात में शामिल थे. सदर थाना प्रभारी दीपक कुमार लेंका ने बताया कि घटना में शामिल चार आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बताया जा रहा है कि तीन अन्य फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार युवक महुलापुंजी गांव के बाबुली नाइक, बिरंची महराना, अविनाश परिदा और जिबन परिदा हैं.