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'अब अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत नेतृत्वकर्ता की स्थिति में....', केंद्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह की बड़ी प्रतिक्रिया

India leadership position in the space sector: केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत अब अंतरिक्ष क्षेत्र में अन्य देशों का नेतृत्व करने की स्थिति में है.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
'अब अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत नेतृत्वकर्ता की स्थिति में....', केंद्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह की बड़ी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली: केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत अब अंतरिक्ष क्षेत्र में अन्य देशों का नेतृत्व करने की स्थिति में है. अब इसे ऐसे देश के रूप में नहीं देखा जा रहा है जिसका नेतृत्व अन्य देश कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने हैदराबाद में जीएमआर एयरोस्पेस और इंडस्ट्रियल पार्क में स्काईरूट एयरोस्पेस के नए मुख्यालय 'मैक्स-क्यू' का अनावरण किया.

'हम अंतरिक्ष क्षेत्र में अन्य देशों को नेतृत्व दे रहे हैं'

स्काईरूट एयरोस्पेस के नए मुख्यालय के अनावरण रे मौके पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, "आज हम उस स्थिति में हैं जहां भारत को अब ऐसे देश के रूप में नहीं देखा जा रहा है जिसका नेतृत्व अन्य देश कर रहे हैं. अब हम कम से कम अंतरिक्ष क्षेत्र में अन्य देशों को नेतृत्व दे रहे हैं"

प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को लेकर जितेंद्र सिंह की बड़ी प्रतिक्रिया

भारत में निजी क्षेत्र के लिए वैश्विक स्तर पर प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (technology transfer) के अवसर के सवाल पर जितेंद्र सिंह ने कहा,"बिल्कुल, वे पहले ही उस कोर्स पर लग चुके हैं. वे अब खुद को केवल लॉन्चिंग तक ही सीमित नहीं रखेंगे. उन्होंने जो प्रतिभा प्रदर्शित की है वह विश्व स्तरीय है और उनका प्रदर्शन विश्व स्तरीय है.  हमने यह साबित कर दिया है कि हम वैश्विक मापदंडों पर खरे उतर सकें और हम विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करते हुए उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें"

जानें क्या हैं स्काईरूट एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड?

स्काईरूट एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड एक भारतीय निजी एयरोस्पेस निर्माता और वाणिज्यिक लॉन्च सेवा प्रदाता है. जिसका मुख्यालय हैदराबाद तेलंगाना में है. कंपनी की स्थापना इसरो के पूर्व इंजीनियरों और वैज्ञानिकों ने की थी. इसका लक्ष्य विशेष रूप से छोटे उपग्रह बाजार के लिए तैयार किए गए विस्तार योग्य छोटे-लिफ्ट लॉन्च वाहनों की अपनी श्रृंखला विकसित करना और लॉन्च करना है.  टी-हब में इनक्यूबेट किया गया और टी-वर्क्स की ओर से समर्थित स्काईरूट एयरोस्पेस भारत की पहली रॉकेट-लॉन्चिंग निजी कंपनी है. स्काईरूट एयरोस्पेस का गठन जुलाई 2018 में पूर्व इसरो वैज्ञानिक पवन कुमार चंदना और नागा भरत डाका की ओर से किया गया था. वे एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं जहां अंतरिक्ष उड़ान हवाई उड़ान जितनी ही नियमित, विश्वसनीय और सस्ती हो और हैदराबाद में स्थित हो.

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