कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ दिनों के बाद पर्यटक फिर से लौट रहे हैं. पहलगाम की शांत घाटी धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट रही है. इस क्षेत्र ने एक बार फिर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों का स्वागत करना शुरू कर दिया है, हालांकि पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है. चिंताओं के बावजूद, कई लोग अपनी यात्रा योजनाओं पर आगे बढ़ रहे हैं, जिसमें पहलगाम की यात्रा भी शामिल है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कोलकाता के एक पर्यटक ने कहा, कश्मीर अब सुरक्षित है, सब कुछ खुला है, पर्यटक सुरक्षित हैं, हर कोई आ रहा है, इसलिए अगर आपकी योजना है तो कृपया आएं. गुजरात के सूरत से आए पर्यटक मोहम्मद अनस ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए यही बात कही. उनके अनुसार, पहलगाम में कारोबार पहले की तरह ही जारी है.
पर्यटकों में लौटा विश्वास
उन्होंने कहा, "चिंता की कोई बात नहीं है. सेना, सरकार और स्थानीय लोग हमारे साथ हैं और हमारी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं. घटना के बाद हम डर गए थे, हम तुरंत निकलना चाहते थे, लेकिन स्थानीय लोगों और सेना ने हमें प्रेरित किया और हम अपनी यात्रा पर आगे बढ़े." विदेशी नागरिकों ने भी कहा कि हमले के बाद उन्हें डर या असहजता महसूस नहीं हुई, तथा बार-बार आने वाले पर्यटकों ने इस बात पर जोर दिया कि मेजबानी में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
#WATCH | J&K | Tourists continue to arrive in Pahalgam.
— ANI (@ANI) April 27, 2025
A tourist from Croatia says, "... I felt wonderful here. I made so many friends here. People are very welcoming... It's not easy to hear something like that... I didn't feel any fear. I didn't feel uncomfortable... Its not… pic.twitter.com/jYtnovCdqJ
हम यहां 3-4 दिनों से हैं...
क्रोएशिया की एक महिला ने कहा, "हम यहां 3-4 दिनों से हैं और हम बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. आपका देश बहुत सुंदर है और हमें कोई समस्या नहीं हुई है. कश्मीर सुंदर और सुरक्षित है. लोग बहुत दयालु हैं. हमने कश्मीर पहुंचने से एक दिन पहले इस घटना के बारे में सुना था. हम फिर भी यहां आ गए. हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
22 अप्रैल को पाकिस्तान स्थित एक संगठन से जुड़े आतंकवादियों के एक समूह ने पहलगाम के बैसरन घास के मैदान में छुट्टियां मना रहे पर्यटकों पर गोलीबारी की. इसके बाद कश्मीर से पर्यटकों का बड़े पैमाने पर पलायन हुआ . राज्य में पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका के चलते मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पर्यटकों से कश्मीर आने से परहेज न करने का आग्रह किया था तथा सुरक्षा का आश्वासन दिया था.