Nitin Gadkari on Toll Tax: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि टोल कटने की मौजूदा व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने वाला है. अब टोल प्लाजा पर टैक्स देन की बजाए सैटेलाइट आधारित टोल टैक्स कलेक्शन सिस्टम लागू होगा. इस नई व्यवस्था के तहत तय की गई दूरी के आधार पर टोल टैक्स सीधे यात्री के बैंक अकाउंट के कट जाएगा.
गडकरी ने कहा 'हम वर्तमान टोल प्रणाली को समाप्त कर रहे हैं. अब सैटेलाइट आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम होगी. आपके बैंक खाते से पैसे काट लिए जाएंगे. आप जितने किलोमीटर का सफर तय करेगा, उसे हिसाब से उसका चार्ज लिया जाएगा. इससे समय बचेगा और ईंधन भी बचेगा.'
ज्यादा टोल टैक्स की शिकायतों पर बोलते हुए मंत्री गडकरी ने कहा 'राजमार्ग समय बचाते हैं और ईंधन का उपयोग भी बचाते हैं. एक उदाहरण के जरिए अपनी बात समझाते हुए गडकरी ने कहा पहले मुंबई से पुणे जाने में नौ घंटे लगते थे. अब 2 घंटे का सफर होता है. सात घंटे का डीजल बच जाता है. स्वाभाविक है कि हमें इसके बदले में कुछ पैसे भी देने पड़ते हैं. हम सार्वजनिक-निजी निवेश कर रहे हैं. इसलिए हमें पैसा लौटाना होगा.'
#WATCH | Nagpur: On Toll tax, Union Minister Nitin Gadkari says, "Now we are ending toll and there will be a satellite base toll collection system. Money will be deducted from your bank account and the amount of road you cover will be charged accordingly. Through this time and… pic.twitter.com/IHWJNwM0QF
— ANI (@ANI) March 27, 2024
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 2024 के अंत तक देश का भाग्य बदल जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्गों का सड़क नेटवर्क अमेरिका के बराबर होगा. यही मेरा लक्ष्य है. मुझे यकीन है कि मैं इसमें जरूर सफल होऊंगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए गडकरी ने कहा कि पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में हमारे विभाग का योगदान महत्वपूर्ण होगा. हम विश्व मानक राष्ट्रीय राजमार्ग बनाएंगे. यह हमारा लक्ष्य है और हमने इसके लिए काम किया है.
केंद्रीय मंत्री ने अपने कार्यकाल के दौरान सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में अपनी विफलता को स्वीकार करते हुए कहा 'यह मेरे लिए दुख की बात है कि मैं दुर्घटनाएं नहीं रोक सका. यह मानव व्यवहार से संबंधित है लेकिन मुझे यकीन है कि आने वाले समय में हम व्यवहार में बदलाव लाएं और सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करें. इससे हमें निश्चित रूप से परिणाम मिलेंगे.'