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द्वारका एक्सप्रेस वे निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपों पर नितिन गडकरी ने तोड़ी चुप्पी, CAG को लेकर दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली: हाल ही में खत्म हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान 10 अगस्त को सीएजी (Comptroller and Auditor General of India)की एक रिपोर्ट पेश की गई थी जिसमें बताया गया कि NHAI को 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से निर्माण करने की मंजूरी दी गई थी.

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Edited By: Vineet Kumar
द्वारका एक्सप्रेस वे निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपों पर नितिन गडकरी ने तोड़ी चुप्पी, CAG को लेकर दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली: हाल ही में खत्म हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान 10 अगस्त को सीएजी (Comptroller and Auditor General of India)की एक रिपोर्ट पेश की गई थी जिसमें बताया गया कि NHAI को 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से निर्माण करने की मंजूरी दी गई थी लेकिन इसके बावजूद उसे बनाने में 250 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर खर्च कर दिया गया था. संसद में पेश की गई इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद विपक्ष केंद्रीय सरकार पर हमलावार हो गया और उसने इसे सदी का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया.

सीएजी की रिपोर्ट पर गडकरी ने तोड़ी चुप्पी

अब इस मामले में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. एक न्यूज चैनल के निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे नितिन गडकरी से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने सीएजी पर ही सवाल खड़े कर दिये और कहा कि द्वारका एक्सप्रेस वे के निर्माण के खर्च को लेकर सीएजी को फिर आकलन करना चाहिए. हमने तो द्वारका एक्सप्रेस वे के निर्माण में 12 फीसदी पैसे बचाए हैं ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि उनका आकलन सही नहीं है.

उन्होंने कहा, 'द्वारका एक्सप्रेस हाइवे की बात करें तो यह 29 किमी लंबा है जिसमें 6 लेन टनल है. इसके लिए जब टेंडर निकाला गया था तो वो भी 206 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर था और हमने पूरे खर्च पर 12 फीसदी रुपये बचाए हैं. सिंगल लेन सड़क में नापें तो ये पूरा 563 किमी है. मेरा विपक्ष और आम आदमी पार्टी के नेताओं को खुला चैलेंज है कि अगर वो इस प्रोजेक्ट में एक बार भी यह साबित कर देतें हैं कि इसमें भ्रष्टाचार हुआ है तो आप जो कहेंगे मैं वो करने के लिए तैयार हूं. मैंने मोदी सरकार के कार्यकाल में करीब 50 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम किया है और अगर कहीं भी भ्रष्टाचार मिलता है तो मैं हर सजा को भुगतने को तैयार हूं. इस एक्सप्रेव के लिए सीएजी को हमें सर्टिफिकेट देना चाहिए क्योंकि इसमें 3 लेवल इंटरचेंज है. अगर आप इसे सिंगल लेन सड़क मानते हैं तो ये 563 किमी है, डबल लेन काउंट करेंगे तो इसका आधा हो जाएगा. जब अगले 3-4 महीने में खुलेगा तो अगले 100 सालों तक लोग इसे नहीं भूल पाएंगे.'

कब पूरा होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का काम

इस दौरान नितिन गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम पूरा होने के समय सीमा पर भी जानकारी दी और बताया कि जनवरी-फरवरी 2024 तक इसका काम पूरा हो जाएगा.

उन्होंने कहा,'हमारे देश में 65 लाख किलोमीटर का सड़क नेटवर्क है और हम कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सड़कें बना रहे हैं. हमने अब तक बनाई गई हर सड़क और एक्सप्रेसवे में पैसा बचाया है. आप किसी भी आदमी से बात कीजिए वो आपको सड़कों की स्थिति में बताएगा. मैं दिल्ली-एनसीआर में ही करीब 65 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का काम जनवरी-फरवरी तक पूरा हो जाएगा जिसके चलते लोग सिर्फ 12 घंटे में अपना सफर पूरा कर सकेंगे.पिथौरागढ़ से मानसरोवर तक की सड़क का काम 90 फीसदी पूरा हो चुका है, अटल टनल के बाद 5 टनल बनाए जाएंगे, जहां से लोग लेह लद्दाख पहुंच सकेंगे, जेजिला टनल और एक अन्य टनल की मदद से श्रीनगर पहुंच सकते हैं.'

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