पिता का हाथ छूटते ही 7 साल की बच्ची के सिर में घुस गई कील... दिल्ली भगदड़ की दर्दनाक कहानी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में सात वर्षीय रिया की दुखद मृत्यु हो गई. उसके पिता ने भावुकता से बताया कि भीड़ के कारण उनकी बेटी का हाथ छूट गया और एक लोहे की रॉड उसके सिर में घुस गई, जिससे उसकी जान चली गई.
Delhi Railway Station Stampede: शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भगदड़ में सात वर्षीय रिया की दर्दनाक मौत हो गई. वह अपने माता-पिता के साथ स्टेशन से बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी, जब भीड़ के बीच फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गई. यह हादसा उस समय हुआ जब हजारों यात्री एक साथ प्लेटफॉर्म बदलने की कोशिश कर रहे थे, जिससे अफरा-तफरी मच गई.
यात्रा रद्द कर घर लौटने का लिया था फैसला
दिल्ली निवासी ओपल सिंह, जो दो बेटियों के पिता थे, शनिवार रात अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. भीड़ को देखकर उन्होंने जोखिम न उठाने का निर्णय लिया और यात्रा रद्द कर घर लौटने का फैसला किया. हालांकि, स्टेशन से बाहर निकलने के दौरान भगदड़ मच गई और उन्होंने अपनी छोटी बेटी को खो दिया. वहीं ओपल सिंह ने बताया, ''हम पहले शिव गंगा एक्सप्रेस पकड़ने गए थे, फिर सोचा कि मगध एक्सप्रेस ले लेंगे. लेकिन प्लेटफॉर्म 14 पर भारी भीड़ देखकर हमने घर लौटने का फैसला किया.''
अचानक मची भगदड़, संभलने का नहीं मिला मौका
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और हजारों लोग अपने सामान के साथ नीचे गिरने लगे. सिंह ने बताया, ''जैसे ही हमने सीढ़ियां चढ़नी शुरू कीं, लगभग 5,000 से 7,000 लोग अचानक ऊपर से नीचे की ओर दौड़ पड़े. लोग अपने बैग और सामान के साथ गिरते जा रहे थे और खुद को बचाने का कोई मौका नहीं था.'' देखते ही देखते स्टेशन पर हाहाकार मच गया. भगदड़ में कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए.
बेटी को बचा नहीं सके पिता
आपको बता दें कि रिया इस भगदड़ में लोहे की रेलिंग से टकरा गई और उसके सिर में गहरी चोट आई. दुखी पिता ने कहा, ''मेरी बच्ची रेलिंग पर फंस गई थी और उसके सिर में एक कील घुस गई थी. वह सिर्फ सात साल की थी...'' वहीं भगदड़ के दौरान परिवार एक-दूसरे से अलग हो गया. किसी तरह पिता ने अपने भाइयों को भीड़ से बचा लिया और उनकी पत्नी व बड़ी बेटी भी सुरक्षित निकलने में सफल रहीं. लेकिन रिया को वह नहीं बचा सके.
अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम
इसके अलावा, परिवार तुरंत रिया को अस्पताल ले जाने के लिए मदद की तलाश में जुट गया, लेकिन भारी भीड़ और अव्यवस्था के चलते किसी से सहायता नहीं मिल सकी. आधे घंटे बाद वे किसी तरह अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक बच्ची दम तोड़ चुकी थी.
घटना का कारण बनी गलत घोषणा
बहरहाल, प्रारंभिक जांच के अनुसार, समान नाम वाली ट्रेनों को लेकर की गई गलत घोषणा से यात्रियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. कई यात्रियों को लगा कि उनका प्लेटफॉर्म बदल दिया गया है, जिससे हजारों लोग एक साथ प्लेटफॉर्म बदलने के लिए दौड़ पड़े और भगदड़ मच गई.