महाराष्ट्र में बिछेगा उद्योगों का जाल! WEF में 3.53 लाख करोड़ के रिकॉर्ड निवेश समझौते

अपनी दावोस यात्रा को सफल बताते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि दावोस शिखर सम्मेलन के तीन दिनों में 3,53,000 करोड़ रुपये से अधिक के कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.

नई दिल्ली: अपनी दावोस यात्रा को सफल बताते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि दावोस शिखर सम्मेलन के तीन दिनों में 3,53,000 करोड़ रुपये से अधिक के कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. लोग महाराष्ट्र में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं. हमारी नीति बहुत लचीली और उद्योग-समर्थक है. लोग बहुत सकारात्मक और सहयोगी हैं. महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर निवेश करने को लेकर कारोबारियों में उत्साह है. महाराष्ट्र में बुनियादी ढांचा, कनेक्टिविटी और कुशल जनशक्ति है. माहौल पूरी तरह से निवेश के लिए अनुकूल है. डबल इंजन की सरकार भी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे साथ हैं. उनका पूरा समर्थन राज्य के साथ है. 

कई देशों के प्रतिनिधि पीएम मोदी को बता रहे वैश्विक नेता

एकनाथ शिंदे ने अपने बयान में आगे कहा कि दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधि पीएम मोदी को वैश्विक नेता बता रहे हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका और दुनिया के अन्य देशों के प्रतिनिधि मोदी जी के बारे में अच्छी बातें कह रहे थे. वह एक गतिशील, दूरदर्शी और वैश्विक नेता हैं. वह एक रचनात्मक और व्यावहारिक नेता हैं जो देश का विकास कर रहे हैं. इससे हमें एमओयू पर हस्ताक्षर करने में मदद मिली क्योंकि पीएम मोदी ने वैश्विक मंच पर हमारे देश की प्रतिष्ठा बढ़ाई है. 

2 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

दावोस सम्मेलन के पहले दिन यानी 16 तारीख को 6 उद्योगों के साथ 1 लाख 2 हजार करोड़ के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.  इससे 26 हजार नौकरियां पैदा होंगी. 17 जनवरी को 8 उद्योगों के साथ 2 लाख 8 हजार 850 करोड़ के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किये गये. इससे 1 लाख 51 हजार 900 नौकरियां पैदा होंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुवार को 6 उद्योगों के साथ 42 हजार 825 करोड़ के अनुबंध होंगे और इससे 13 हजार नौकरियां पैदा होंगी. 

महाराष्ट्र में बिछेगा उद्योग का जाल

एमओयू पर हुए हस्ताक्षर का बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन किया जाएगा. इससे पूरे राज्य में रोजगार आएगा. इससे न केवल बड़े शहरों में बल्कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में भी उद्योग आएगा और सभी को रोजगार मिलेगा. हमारी सरकार आने से पहले हमारा राज्य तीसरे-चौथे स्थान पर था, लेकिन हमारी सरकार बनते ही हमारा राज्य एफडीआई में नंबर वन बन गया. प्रधानमंत्री मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर का सपना पूरा हो गया है. हमने महाराष्ट्र में 1 ट्रिलियन रुपये का लक्ष्य रखा है.