नई दिल्ली: हर गुजरते दिन के साथ इजराइल और हमास के बीच युद्ध और भी भयानक होता जा रहा है. जिसमें दोनों पक्षों के हजारों नागरिक मारे गए हैं. अब तक इजरायली पक्ष की ओर से मरने वालों की संख्या 1200 से अधिक हो गई है जबकि बच्चों सहित लगभग 1,000 फिलिस्तीनियों की जान चली गई है.
इसी बीच पूर्व इजरायली प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट ने निजी चैनल से बातचीत करते हुए कहा "नेतन्याहू ने कहा था कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता हमास समूह को नष्ट करना है लेकिन वास्तव में उन्होंने इसके विपरीत किया. जिस संगठन को नष्ट करने की उन्होंने कसम खाई थी, उसी को उन्होंने वास्तव में बढ़ावा दिया. ओलमर्ट ने बेंजामिन नेतन्याहू पर हमास को वित्तपोषित करने के लिए कतर से आए करोड़ों डॉलर की अनुमति देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इससे ईरान के लिए हमास की स्थिति को बढ़ावा देने में उससे कहीं अधिक बड़ी भूमिका निभाने के विकल्प खुल गया. एहुद ओल्मर्ट ने इजरायल में हमास आतंकवादियों के हमलों के लिए बेंजामिन नेतन्याहू के अहंकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है"
इसी बीच पूर्व इजरायली प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट ने आगे कहा "हम गाजा जिले पर आक्रमण करने के लिए नहीं निकले हैं. हम आक्रमण नहीं करना चाहते हैं और न ही हम कब्जा करना चाहते हैं. हम उन आतंकवादियों तक पहुंचना चाहते हैं, जिन्होंने पिछले कुछ दिनों में बेहद क्रूर और अमानवीय तरीके से इजरायली नागरिकों के नरसंहार को अंजाम दिया. गाजा निवासियों की पीड़ा के लिए हमास जिम्मेदार है और इजराइल के पास जवाबी कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं है."
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा है कि गाजा डिवीजन के इलाके को बंद सैन्य क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. वहां प्रवेश सख्त वर्जित है. आईडीएफ ने जनता से सावधानी बरतने और प्रतिबंधित क्षेत्रों में जाने से परहेज करने का अनुरोध किया है. अगर इसका उल्लंघन किया जाता है तो यह एक आपराधिक अपराध होगा और गंभीर सुरक्षा जोखिम होगा.
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