NEET UG से UGC-NET तक, 5 गलतियां, जिन्होंने कराई NTA की किरकिरी
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश की सबसे विवादित एजेंसी बन गई है. छात्रों की इस संस्था की परीक्षा प्रणाली पर ही शक हो रहा है. नेट के लिए फॉर्म भरने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि ये संस्था एक एग्जाम भी बिना पेपर लीक के नहीं करा पा रही है. जहां एग्जाम हो रहे हैं, वहां धांधली हो रही है, फिर इसका मकसद क्या है. यह हमारी मेहनत पर पानी फेरने जैसा है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) अभी NEET UG 2024 एग्जाम में हुई धांधली में फंसी ही थी कि एक और धांधली सामने आ गई. हालात ऐसे हो गए कि 18 जून को हुई UGC-NET परीक्षा तक रद्द करानी पड़ी. यह परीक्षा ऑनलाइन नहीं, पेन पेपर मोड में हुई थी. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) को गृहमंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर ने बताया था कि परीक्षा में बड़ी धांधली हुई है. केंद्र सरकार के सक्रिय होने की वजह से ये एग्जाम भी रद्द हो गया. NTA ने परीक्षा रद्द की. अब नए तरीके के एग्जाम होगा और इसका शेड्यूल शेयर किया जाएगा. इसमें हुई धांधली की जांच CBI करेगी.
एक तरफ NTA ग्रेस मार्किंग, धांधली और लापरवाही के आरोपों में बुरी तरह घिरी है, दूसरी तरफ अब नेट एग्जाम के रद्द होने से और इस संस्था की किरकिरी हो रही है. नेट यूजी-2024 की 18 जून को परीक्षा देकर लौटीं शिवांगी त्रिपाठी बताती हैं कि उनका सेंटर लखनऊ में था. सिद्धार्थनगर से वे लखनऊ एक दिन पहुंची थी. अच्छी मेहनत की थी, महीनों की तैयारी थी, अब एग्जाम ही रद्द हो गया है. यह परेशान करने वाली बात है. अगर एग्जाम में धांधली हो रही है तो NTA कर क्या रही है. आइए जानते हैं 5 सवाल, जिनकी वजह से बुरी तरह घिरी है NTA.
1. ऑनलाइन एग्जाम, ऑफलाइन क्यों?
NET UGC का एग्जाम पहले ऑनलाइन होता था. परीक्षा ऑनलाइन कंप्युटर बेस्ट टेस्ट (CBT) पर आधारित थी. अब इसे ऑफलाइन कर दिया गया. दलील दी गई कि इससे देश के गांव-कस्बों के केंद्रों में भी परीक्षा आयोजित कराई जा सके. यहीं चूक हो गई. पेपर लीक हो गया.
2. अभ्यर्थियों के भरोसे से धोखा क्यों?
किसी भी संस्था की जिम्मेदारी होती है कि वह परीक्षाओं में होने वाले नकल को हर हाल में रोकेगी. नीट एग्जाम में अभी किरकिरी कम नहीं थी कि नेट में भी धांधली सामने आ गई. UGC NET परीक्षा देश के कई विश्वविद्यालयों में Phd, जूनियर रिसर्च फेलशिप (JRF) और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए होता है. कई अभ्यर्थी उस उम्र में होते हैं जिसमें वे बार-बार परीक्षा की तैयारी में खुद को झोंक नहीं सकते. पेपर लीक उनके भरोसे से छल है.
3. 9 लाख छात्रों का भविष्य अधर में, दोष किसका?
UGC NET की परीक्षा करीब 9 लाख छात्रों ने दिया था. परीक्षा 83 विषयों में आयोजित की गई थी. परीक्षा एक दिन में दो पालियों में हुई थी. पहली पाली सुबह 9.30 से दोपहर 12.30 और दूसरी परीक्षा दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक थी. देश के 317 शहरों में 1205 केंद्रों में नेट की परीक्षा आयोजित कराई गई थी. इसमें करीब 9,08,580 छात्र शामिल हुए. इन छात्रों की मेहनत जाया हुई, उसका गुनहगार कौन?
4. NEET 2024 क्यों नहीं हो रहा है रद्द?
NTA ने अभी NEET परीक्षा नहीं रद्द की है. स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया समेत कई संस्थाओं ने परीक्षा रद्द करने की मांग की है. सुप्रीम कोर्ट खुद कह चुका है कि अगर 0.1 प्रतिशत भी धांधली की गुंजाइश हो तो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होनी चाहिए. सूरत से बिहार तक, कई एग्जाम सेंटर पर धांधली की बात सामने आई है. NTA ने अभी तक इसे रद्द नहीं किया है.
5. छात्रों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़?
NEET UG और UGC NET जैसी परीक्षाओं में अगर ऐसी धांधली होगी देश को कैसे शिक्षक और डॉक्टर मिलेंगे. बिहार से गुजरात तक, धांधली की खबरें सामने आई हैं. फर्जी तरीके से मेडिकल की परीक्षा पास करने वाला डॉक्टर कैसा ट्रीटमेंट करेगा और शिक्षक क्या पढ़ाएगा. कई ऐसे सवाल हैं, जिनका कोई जवाब नहीं है. एक धांधली से कोई संस्था सबक लेती है, NTA ने कोई सबक नहीं लिया. क्या NEET स्कैम की भी CBI जांच होगी, क्या गृहमंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय खुद कोई पहल करेंगे, इस पर कोई ऐलान नहीं हुआ है. ऐसा क्यों, यह समझ से परे है.