NEET Result Controversy: नीट (NEET) के परीक्षा परिणाम आने के बाद से देश में बवाल मचा हुआ है. छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत ने परीक्षा के परिणाम रद्द करने या काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. हालांकि, कोर्ट ने NTA से इस पूरे मामले में जवाब मांगा है. इस बीच देशभर में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. पटना के छात्रों ने मामले की CBI जांच की मांग की है.
मामला गरमाने के साथ ही इसके जांच की मांग तेज हो रही है. कई प्रदर्शनों में छात्रों का कहना है कि परीक्षा रद्द करना या काउंसलिंग रोकना एक बात है. मामले की CBI जांच होनी चाहिए जिससे इसका पूरा खुलासा हो सके.
नीट (यूजी) पेपर लीक (NEET paper leak case) को चुनौती देने वाली चार याचिकाएं पर दिल्ली हाईकोर्ट में भी लगाई गई हैं. इसपर अदालत ने नोटिस जारी कर NTA से जवाब देने को कहा है. मामले में सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि परीक्षा से संबंधित कई रिट याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट सहित देश की कई अदालतों में दायर की जा रही हैं.
बता दें परीक्षा के कुछ समय बाद ही पटना पुलिस ने कुछ लोगों को पेपर लीक के मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की जांच में एक लड़के ने बताया था कि उसे पेपर एक दिन पहले ही मिल गया था. ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान के अनुसार बरामद पेपर दो बार NTA के पास जांच के लिए भेजा गया है लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया.
नीट-यूजी (NEET UG) की परीक्षा 5 मई 2024 को हुई थी. परीक्षा कराने के बाद से इसमें अलग-अलग सेंटरों पर गड़बड़ी की बात सामने आ रही थी. इस साल NTA ने नीट परीक्षा के रिजल्ट घोषित समय से पहले ही जारी कर दिए थे.
मामला उजागर तब हुआ जब पाया गया कि इस परीक्षा में 67 कैंडिडेट्स को 720 में से पूरे 720 नंबर मिले हैं. वहां एक ही सेंटर से 8 टॉपर्स हैं. इतना ही नहीं इस परीक्षा में 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स भी दिए गए. पूरे मामले के सामने आने के बाद देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं लगाई हैं. इसमें काउंसलिंग पर रोक और री-एग्जाम की मांग की गई है.