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NEET Result पर बवाल, क्या NTA को थी पहले से भनक? कोर्ट से छात्रों को झटका

NEET Result Controversy: NEET का रिजल्ट आने बाद से देश में बवाल मचा हुआ है. सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. ऐसे में पटना पुलिस का एक खुलासा सामने आया है. इसके बाद से NTA की एक्टिविटी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दिल्ली में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस साल की NEET परीक्षा को रद्द किया जाए और काउंसलिंग को भी रोक दिया जाए.

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Edited By: India Daily Live
NEET Result Controversy
Courtesy: Social Media

NEET Result Controversy: नीट (NEET) के परीक्षा परिणाम आने के बाद से देश में बवाल मचा हुआ है. छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत ने परीक्षा के परिणाम रद्द करने या काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. हालांकि, कोर्ट ने NTA से इस पूरे मामले में जवाब मांगा है. इस बीच देशभर में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. पटना के छात्रों ने मामले की CBI जांच की मांग की है.

मामला गरमाने के साथ ही इसके जांच की मांग तेज हो रही है. कई प्रदर्शनों में छात्रों का कहना है कि परीक्षा रद्द करना या काउंसलिंग रोकना एक बात है. मामले की CBI जांच होनी चाहिए जिससे इसका पूरा खुलासा हो सके.

हाईकोर्ट में भी याचिकाएं

नीट (यूजी) पेपर लीक (NEET paper leak case) को चुनौती देने वाली चार याचिकाएं पर दिल्ली हाईकोर्ट में भी लगाई गई हैं. इसपर अदालत ने नोटिस जारी कर NTA  से जवाब देने को कहा है. मामले में सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि परीक्षा से संबंधित कई रिट याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट सहित देश की कई अदालतों में दायर की जा रही हैं.

NTA की लापरवाही

बता दें परीक्षा के कुछ समय बाद ही पटना पुलिस ने कुछ लोगों को पेपर लीक के मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की जांच में एक लड़के ने बताया था कि उसे पेपर एक दिन पहले ही मिल गया था. ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान के अनुसार बरामद पेपर दो बार NTA के पास जांच के लिए भेजा गया है लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया.

क्या है विवाद?

नीट-यूजी (NEET UG) की परीक्षा 5 मई 2024 को हुई थी. परीक्षा कराने के बाद से इसमें अलग-अलग सेंटरों पर गड़बड़ी की बात सामने आ रही थी. इस साल NTA ने नीट परीक्षा के रिजल्ट घोषित समय से पहले ही जारी कर दिए थे.

मामला उजागर तब हुआ जब पाया गया कि इस परीक्षा में 67 कैंडिडेट्स को 720 में से पूरे 720 नंबर मिले हैं. वहां एक ही सेंटर से 8 टॉपर्स हैं. इतना ही नहीं इस परीक्षा में 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स भी दिए गए. पूरे मामले के सामने आने के बाद देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं लगाई हैं. इसमें काउंसलिंग पर रोक और री-एग्जाम की मांग की गई है.