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'NTA की वजह से नहीं हो पा रही है NEET पेपर लीक की जांच,' बिहार पुलिस ने क्यों उठाए हैं सवाल? 10 पॉइंट्स में समझिए

NEET-UG पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. अधिकारी का कहना है कि एनटीए ने हमारी मांगों की अनदेखी की, जिससे जांच में देरी हुई. CBI ने नीट-यूजी केस को अब अपने हाथ में ले लिया है.

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Neet UG
Courtesy: Social Media

नीट परीक्षा में हुई धांधली की जांच कई राज्यों में चल रही है. सीबीआई (CBI) ने नीट-यूजी पेपरलीक केस में अब बिहार के साथ-साथ गुजरात और राजस्थान में दर्ज मामलों को भी अपने हाथ में ले लिया है.  बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए)  पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. अधिकारी ने कहा कि जांच अब तक पूरी हो जाती अगर एनटीए 5 मई की परीक्षा से एक दिन पहले, पटना से बरामद जली हुई पुस्तिका से मिलान के लिए प्रश्नपत्र के सैंपल दिए होते. 

नाम न बताने के शर्त पर अधिकारी ने कहा कि इस जांच को अंतिम रूप देने का काम सीबीआई का है, जिसने अब बिहार के साथ-साथ गुजरात और राजस्थान में भी नीट-यूजी अनियमितताओं के संबंध में दर्ज मामलों को अपने हाथ में ले लिया है. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईओयू द्वारा अब तक की गई जांच का ब्यौरा देते हुए अधिकारी ने बिहार पुलिस को प्रश्नपत्र के नमूने उपलब्ध कराने में देरी के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली एनटीए को जिम्मेदार ठहराया.

10 पॉइंट्स में समझिए पूरा मामला

  • NEET-UG पेपर लीक मामले के तार 6 राज्यों से जुड़े हैं. इसके तार बिहार से लेकर गुजरात तक फैले हैं. मामले में सीबीआई की एंट्री हो गई है. 
  • इस साल चार जून को जब नीट परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए तो 67 छात्रों ने एक साथ टॉप रैंक हासिल की. सवाल खड़े हुए और फिर हर दिन धांधली के खुलासे होने लगे.
  • बिहार से परीक्षा के पेपर लीक बात सामने आई. अब इसकी जांच कर रही बिहार पुलिस ने NTA पर सवाल खड़े किए हैं.
  • बिहार पुलिस के एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि हमें पटना से बरामद जली हुई पुस्तिका से मिलान के लिए प्रश्नपत्र के नमूने उपलब्ध नहीं कराए गए. 
  • अधिकारी ने कहा कि हम इसे 20 जून को ही प्राप्त कर पाए जब ईओयू को दिल्ली बुलाया गया और यह मुद्दा उठाया गया कि तीन रिमाइंडर के बावजूद नमूने क्यों नहीं भेजे गए. 
  • नमूना मिलने के तुरंत बाद, हमने पाया कि जली हुई पुस्तिका हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के एक केंद्र की थी. 
  • बिहार पुलिस की एक टीम को उन दो बक्सों की जांच करने के लिए भेजा गया, जिनमें प्रश्न परीक्षा केंद्र में भेजे गए थे. उन्होंने बताया कि दोनों बक्सों के साथ छेड़छाड़ की गई थी. 
  • अधिकारी ने बताया कि परीक्षा केंद्र के अधीक्षक ने पुलिस को बताया कि कुछ तकनीकी समस्या के कारण बक्सों पर लगे डिजिटल लॉक नहीं खुल पाए और उन्होंने एनटीए के निर्देश पर उन्हें तोड़ दिया.
  • ईओयू अधिकारी ने कहा कि दो बक्से थे और दोनों की सील पीछे की तरफ से छेड़छाड़ की गई थी, जबकि सामने का हिस्सा बरकरार था. 
  • ईओयू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एनएच खान ने कहा कि मामला अब सीबीआई के पास है और ईओयू ने जो भी साक्ष्य एकत्र किए हैं, उन्हें सीबीआई को सौंप देगा. 

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