नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम ने झारखंड से एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है. टीचर, नकल माफिया के बाद अब इस मामले में पत्रकार का नाम भी सामने आया है. जमालुद्दीन नाम का यह पत्रकार एक हिंदी अखबार के लिए काम करता है और उसे ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल की कथित तौर पर मदद करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है.
अधिकारियों के अनुसार, ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम को कथित पेपर लीक में उनकी संदिग्ध भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था.गिरफ्तार किए गए पत्रकार और प्रिंसिपल के बीच पेपर लीक और नीट परीक्षा के दौरान लगातार बातचीत होती रही. अधिकारियों ने कहा कि आलम को NTA का पर्यवेक्षक और ओएसिस स्कूल का केंद्र समन्वयक नियुक्त किया गया था, उन्होंने कहा कि सीबीआई लीक के सिलसिले में जिले के पांच और लोगों से भी पूछताछ कर रही है.
सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले की जांच अपने हाथ में लेने के बाद तेजी से एक्शन लिया है. गुजरात में सीबीआई की टीमें कुछ संदिग्धों के खिलाफ गोधरा, खेड़ा, अहमदाबाद और आणंद में 7 स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं. गुजरात में सीबीआई की टीमें गोधरा, खेड़ा, अहमदाबाद और आनंद में 7 स्थानों पर कुछ संदिग्धों के खिलाफ छापेमारी कर रही हैं. यह गोधरा पुलिस द्वारा पहले की गई एफआईआर से संबंधित है.
27 जून को सीबीआई ने NEET परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच के तहत मामले में अपनी पहली गिरफ्तारी की थी. अधिकारियों के अनुसार, पटना से गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों, आशुतोष कुमार और मनीष कुमार ने कथित तौर पर एक स्थान प्रदान किया, जहां परीक्षा में शामिल होने वाले कुछ छात्रों को लीक हुए NEET प्रश्नपत्र और उसके आंसर याद करवाए गए.
एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट-यूजी परीक्षा आयोजित की जाती है. सरकार ने ‘एहतियाती उपाय’ के तौर पर नीट-पीजी परीक्षा को भी स्थगित कर दिया है. नीट विवाद ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. विपक्ष ने कथित अनियमितताओं और प्रतियोगी परीक्षाओं को रद्द करने पर तत्काल चर्चा की मांग की है.