Maharashtra Politics: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने शिवसेना नेताओं के बयान का जवाब दिया है, जिन्होंने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शरद पवार द्वारा सम्मानित करने पर नाराजगी जताई थी. शरद पवार ने हाल ही में एक कार्यक्रम में शिंदे को सम्मानित किया, जिसे सरहद नामक एक एनजीओ ने आयोजित किया था. शिंदे ने शिवसेना को विभाजित कर बीजेपी से गठबंधन किया था. इस सम्मान के बाद शिवसेना नेताओं ने पवार पर आलोचना की और उन्हें राजनीति छोड़ने की सलाह दी.
शरद पवार का समर्थन, एकनाथ शिंदे की सराहना
शरद पवार, जो इस कार्यक्रम के स्वागत समिति के प्रमुख थे, उन्होंने शिंदे की सराहना करते हुए उन्हें एक सक्षम नेता बताया. पवार ने कहा, "शिंदे को शहरी समस्याओं का अच्छा ज्ञान है. उन्होंने ठाणे में नागरिक प्रशासन को दिशा दी है और राज्य सरकार के लिए भी कई समाधान प्रदान किए हैं. वह विपक्ष के प्रति कोई दुश्मनी नहीं रखते और लोगों की समस्याओं को हल करते हैं. शिंदे ने पवार की सराहना करते हुए कहा कि पवार एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने पार्टी की सीमाओं से ऊपर उठकर सभी के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे हैं.
जितेंद्र आव्हाड का पलटवार
जितेंद्र आव्हाड ने शिवसेना नेताओं की आलोचना को गलत ठहराया और कहा, "वे भी कई बार नेताओं से मिलते हैं, क्या हमने कभी इसमें हस्तक्षेप किया? राजनीति को छोटी-छोटी बातों पर नहीं करना चाहिए. जितेंद्र आव्हाड का कहना था कि राजनीति को स्वस्थ तरीके से चलाया जाना चाहिए, न कि व्यक्तिगत संबंधों पर आधारित आरोपों से.
शिवसेना (UBT) का विरोध
शिवसेना (UBT) के नेताओं ने शिंदे को महादजी शिंदे के नाम पर एक पुरस्कार मिलने पर विरोध जताया. महादजी शिंदे, जिन्होंने मराठा साम्राज्य की उत्तर भारत में स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, उनके नाम से यह पुरस्कार दिया गया था. आदित्य ठाकरे ने शिंदे को "एंटी-महाराष्ट्र" और "एंटी-नेशनल" कहा था. उन्होंने कहा, "हम ऐसे व्यक्तियों को सम्मानित नहीं कर सकते जो इस तरह के गंदे कामों में शामिल हैं. यह हमारे सिद्धांतों के खिलाफ है.
जानिए संजय राउत ने क्या बोला?
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शिंदे को सम्मानित करने पर शरद पवार की आलोचना की. उन्होंने कहा, "पवार को वह व्यक्ति सम्मानित नहीं करना चाहिए था जिसने शिवसेना को तोड़ा और MVA सरकार को गिराया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. हम भी राजनीति समझते हैं, लेकिन कुछ चीजें होती हैं जिन्हें बचना चाहिए.
प्रियंका चतुर्वेदी की प्रतिक्रिया
प्रियंका चतुर्वेदी ने आदित्य ठाकरे का समर्थन करते हुए कहा कि उनका बयान महाराष्ट्र की भावना के तहत था. उन्होंने कहा, "जो व्यक्ति महाराष्ट्र को धोखा दिया है, जो राज्य के लोगों से किए गए वादों को पूरा नहीं कर रहा है, उसे सम्मानित करना राज्य की भावना के खिलाफ है.