जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक नेता मुश्किल में फंसते दिख रहे हैं. डोडा से बीजेपी कैंडिडेट गजय सिंह राणा के कथित बयान को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है और उनकी उम्मीदवारी रद्द की है. एक वायरल वीडियो में गजय सिंह राणा ने कथित तौर पर यह रहा कि लड़ाई आतंकवाद की है ही नहीं, यह तो सीधे-सीधे हिंदू-मुसलमान की लड़ाई है. हालांकि, हम इस वीडियो की पुष्टि नहीं करते हैं. वीडियो पर हंगामा होने के बाद गजय सिंह राणा का कहना है कि इस वीडियो से छेड़छाड़ की गई है. वहीं, विपक्ष ने इसे सांप्रदायिक और भड़काऊ भाषण बताते हुए कार्रवाई की मांग की है.
इस वीडियो के सामने आने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव आयोग के पास एक लिखित शिकायत दी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मांग की है कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और उनकी उम्मीदवारी तुरंत रद्द कर दी जाए. वीडियो में देखा जा सकता है कि गजय सिंह राणा कह रहे हैं, 'यहां की लड़ाई, आजकल की लड़ाई कोई आतंकवाद की लड़ाई नहीं है. जहां तक मुझे लगता है कि यह सीधे-सीधे हिंदू-मुसलमान की लड़ाई है.'
घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'जितने भी कांड हमारे डोडा में हुए हैं. चापनारी कांड, कमलाड़ी कांड, बरसाला कांड, सरथल कांड, उन सबमें एक ही कम्युनिटी को टारगेट किया गया है. टारगेट करने वाले लोग मुस्लिम कम्युनिटी से थे और टारगेट होने वाले लोग हिंदू कम्युनिटी से हैं. इसलिए हमें चाहिए कि हम सब इकट्ठे होकर ऐसी ताकतों से लड़ें.'
@ECISVEEP This BJP candidate Gajay Singh Rana from 52-Doda Assembly Segment in J&K has violated section 123, 123(A) and 125 of Representation of people's Act 1951. This calls for immediate disqualification of the candidate from election process. Hope you will act on this pic.twitter.com/ULEIiYNIA0
— Shadab Suharwardy (@shadabyaseen) August 29, 2024
बीजेपी नेता गजय सिंह राणा को बीजेपी ने डोडा पूर्वी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बताया है. वह सनातन धर्म सभा, डोडा के अध्यक्ष भी हैं. इस सीट पर पहले चरण में 18 सितंबर को वोटिंग होनी है और नामांकन हो चुके हैं. इस वीडियो पर जम्मू-कश्मीर बीजेपी के अध्यक्ष रवींद्र रैना का कहना है, 'यह वीडियो पुराना, फर्जी और फैब्रिकेटेड है.'
इस वीडियो के बारे में गजय सिंह राणा ने कहा है, 'यह वीडियो 19 जून का है जब मैंने चपनारी हिंसा की वार्षिकी के मौके पर भाषण दिया था. अब एनसी ने इस भाषण के उस हिस्से को उठा लिया है जो उनके एजेंडे के हिसाब से फिट बैठता है. हमारे पास इसका पूरा वीडियो है. 19 जून 1998 को चपनारी में आतंकियों ने दो बारात पर हमला किया. गनप्वाइंट पर बारातियों को गाड़ियों से उतारा गया, इसमें से मुस्लिमों को छोड़ दिया गया और 28 हिंदुओं को गोली मार दी गई थी.'