8 जून को तीसरी बार शपथ लेंगे पीएम मोदी, किन विदेशी मेहमानों को भेजा न्योता?

Narendra Modi Swearing In Ceremony: नरेंद्र मोदी को एक दिन पहले NDA की मीटिंग में संसदीय दल का नेता चुना गया. अब नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज हो गई हैं. कई विदेशी मेहमानों को न्योता भेजा गया है.

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Narendra Modi Swearing In Ceremony:  नरेंद्र मोदी को बुधवार को हुई NDA की बैठक में संसदीय दल का नेता चुन लिया गया. अब बारी शपथ ग्रहण की है. कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में नरेंद्र मोदी 8 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. नरेंद्र मोदी संसदीय दल के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. इसके बाद उनका शपथ ग्रहण होगा. नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले देश के दूसरे नेता होंगे.

शपथ ग्रहण समारोह के लिए विदेशी मेहमानों को न्योता भी भेजा जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश समेत अन्य देशों के प्रमुखों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया है. इनमें नेपाल, मॉरिशस भी शामिल है. इससे पहले नरेंद्र मोदी को NDA की जीत के लिए बाइडेन से लेकर सुनक तक ने बधाई दी. 

NDA की बैठक में क्या बोले नरेंद्र मोदी?

एक दिन पहले प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर हुई बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि तीसरी बार जनता ने NDA पर भरोसा जताया है. बैठक में मौजूद एनडीए के सहयोगी JDU और TDP ने बिना वक्त गंवाए जल्द से जल्द शपथ ग्रहण की बात कही. NDA की बैठक में नरेंद्र मोदी के अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, एचडी कुमारस्वामी, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, पवन कल्याण शामिल रहे. इनके अलावा NDA के सहयोगी अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी, प्रफुल्ल पटेल, प्रमोद बोरो, अतुल बोरा, इंद्र हंग सुब्बा, सुदेश महतो, राजीव रंजन सिंह और संजय झा भी शामिल हुए. 

NDA के नेताओं ने पीएम मोदी को चुना संसदीय दल का नेता  

एनडीए की बैठक में शामिल सहयोगी दलों के नेताओं ने नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना. नेताओं की ओर से समर्थन प्रस्ताव में कहा गया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA सरकार ने पिछले 10 सालों में देश में अभूतपूर्व विकास के कार्य किए हैं. लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत वाली NDA सरकार को देश की सेवा करने का मौका मिला है. हम सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनते हैं.

543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत का आंकड़ा 272 है. भाजपा ने अकेले 240 सीटों पर कब्जा किया, जबकि NDA को 292 सीटों पर जीत हासिल हुई. अब नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए NDA के सहयोगी दलों की जरूरत है. इसमें सबसे बड़ा रोल नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नाडयू का है.