राष्ट्रपति भवन... रविवार का दिन... गूंजेगा... मैं नरेंद्र दामोदर दास मोदी
Modi Cabinet Swearing In: नरेंद्र मोदी रविवार को प्रधानमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे. उनके साथ पूरे मंत्रिमंडल को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शपथ दिलाएंगी. शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाएगा.
Modi Cabinet Swearing In: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सभी सहयोगी दलों की एक पूरी टीम नरेंद्र मोदी के साथ शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेगी. शपथ ग्रहण समारोह रविवार शाम को दक्षिण एशियाई देशों के नेताओं की मौजूदगी में होने की संभावना है.
मंत्रिमंडल में कौन-कौन... फैसला बाकी
सूत्रों ने बताया कि सरकार में सहयोगी दलों की हिस्सेदारी पर विचार-विमर्श के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा. शुक्रवार दोपहर मोदी के एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद ये चर्चा शुरू हो सकती है. सरकार गठन की तैयारियों में इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि सहयोगी दल महत्वपूर्ण विभागों पर दावा कर सकते हैं और भाजपा को अपने समर्थन की अहमियत को ध्यान में रखते हुए प्रतिनिधित्व मांग सकते हैं.
हालांकि, भाजपा के करीबी सूत्रों के साथ-साथ दो सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी दलों (टीडीपी और जेडीयू) ने कहा कि विभागों और उनके हिस्से पर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है. भाजपा के एक सूत्र ने कहा कि ये प्रधानमंत्री का फैसला होगा.
टीडीपी के सूत्रों ने हिस्सेदारी को लेकर क्या कहा?
टीवी चैनलों पर अटकलों के बीच कि टीडीपी लोकसभा अध्यक्ष पद की मांग कर रही है, पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने ऐसी कोई शर्त नहीं रखी है. एक सीनियर सूत्र ने कहा कि यहां तक कि हमारे नेता स्वर्गीय जीएमसी बालयोगी के मामले में भी, जिन्होंने 1999 से पांच साल तक अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ही एन चंद्रबाबू नायडू को टीडीपी से किसी को संवैधानिक पद के लिए नामित करने के लिए राजी किया था.
मंच पर मोदी, सामने रहेंगे मालदीव वाले मोइज्जू
इस बीच, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भारत का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. मुइज्जू के अलावा दक्षिण एशिया के कई नेता भी शामिल होंगे. इनमें बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल और भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक शामिल हैं.
चीन के करीबी माने जाने वाले मुइज़ू के नेतृत्व में मालदीव के साथ द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट आई है, हालांकि वे मोदी को रिकॉर्ड-बराबर तीसरी बार जीतने के लिए बधाई देने वाले पहले विदेशी नेताओं में से थे.