महाराष्ट्र में कांग्रेस की करारी हार का पोस्टमार्टम शुरू, नाना पटोले ने छोड़ा अध्यक्ष पद, शर्मनाक प्रदर्शन की ली जिम्मेदारी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के कुछ दिन बाद नाना पटोले ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. फिलहाल, कांग्रेस पार्टी ने नाना पटोले के इस्तीफे पर अभी तक आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन पार्टी के भीतर यह चर्चा का विषय बन गया है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह फैसला कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि पटोले ने हाल ही में पार्टी की विभिन्न गतिविधियों और चुनावी रणनीतियों के लिए अपनी दिशा को प्रमुखता दी थी. उनके इस्तीफे की खबर ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. वहीं, नाना पटोले के इस कदम को पार्टी के अंदरूनी संकट के रूप में देखा जा रहा है.
नाना पटोले ने अपने इस्तीफे के बाद यह साफ किया कि उन्होंने यह फैसला पार्टी के अंदर की स्थिति और आगामी चुनावों की रणनीति के मद्देनजर लिया. हालांकि, उन्होंने अपने इस्तीफे के सही कारणों पर कोई खुलासा नहीं किया, लेकिन यह माना जा रहा है कि पार्टी के भीतर नेतृत्व और संगठनात्मक मुद्दों को लेकर असंतोष था. कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद पटोले ने यह कदम उठाया.
जानें नाना पटोले ने क्यों दिया PCC अध्यक्ष पद से इस्तीफा!
नाना पटोले को 2020 में महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था. उनके नेतृत्व में पार्टी ने कई अहम चुनावी लड़ाइयां लड़ीं, जिसमें विधानसभा और लोकसभा चुनाव भी शामिल हैं. हालांकि, पार्टी को राज्य में उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले, जिसके बाद पटोले की भूमिका पर सवाल उठने लगे थे. उनका इस्तीफा पार्टी में नेतृत्व संकट और असंतोष का संकेत देता है, जो आगामी चुनावों में कांग्रेस के लिए एक चुनौती बन सकता है.
राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करें महायुति- नाना पटोले
हालांकि, इससे पहले रविवार (25 नवंबर) को कहा था कि वो यह सुनिश्चित करेंगे कि नवनिर्वाचित महायुति सरकार अपने चुनावी घोषणा-पत्र और भाषणों में राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करे. बता दें कि,महायुति ने राज्य विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट पर जीत दर्ज की है. जहां महायुति में शामिल बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 41 सीट पर जीत मिली.
वहीं, दूसरी ओर, एमवीए को करारी हार मिली, जिसने कुल मिलाकर महज 46 सीट जीती हैं. एमवीए में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) को 10, कांग्रेस को 16 और शिवसेना (यूबीटी) को 20 सीट पर जीत मिली. पटोले खुद भंडारा जिले के साकोली विधानसभा क्षेत्र से 208 मतों के अंतर से जीते.