Nafe Singh Rathi Murder Case: इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) की हरियाणा इकाई के प्रमुख नफे सिंह राठी हत्याकांड में पुलिस जांच में जुटी है. इस मर्डर में यूनाइटेड किंगडम के गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू का नाम सामने आया है.
रविवार को झज्जर के बहादुरगढ़ में नेता और उनके सहयोगी जय किशन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हरियाणा पुलिस ने सोमवार को कहा है कि नफे सिंह राठी हत्याकांड की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दी गई है.
कौन हैं कपिल सांगवान?
32 वर्षीय कपिल सांगवान दिल्ली के नजफगढ़ के मूल निवासी हैं. वह दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और डकैती और हथियार अधिनियम जैसे अपराधों से जुड़े 18 मामलों में वांछित है. अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले कपिल सांगवान ने हरियाणा के मानेसर में होटल मैनेजमेंट का कोर्स छोड़ दिया था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है.
बुधवार को कपिल सांगवान ने सोशल मीडिया पर नफे सिंह राठी और किशन की हत्या की जिम्मेदारी ली. सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, राठी सांगवान के प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर मंजीत महल का करीबी दोस्त था. हरियाणा पुलिस उस पोस्ट की पुष्टि कर रही है, जिसमें नफे सिंह राठी को कथित तौर पर मंजीत महल से हाथ मिलाते हुए दिखाया गया है. सांगवान और महल दुश्मन हैं क्योंकि सांगवान ने उसके बहनोई की हत्या कर दी थी.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में सांगवान ने महल के पिता श्री कृष्ण की हत्या कर दी थी. पीटीआई ने दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के हवाले से दावा किया कि सांगवान के बड़े भाई ज्योति प्रकाश उर्फ बाबा, जो इस समय तिहाड़ जेल में हैं,ने उन्हें बदला लेने का आदेश दिया था.
कपिल सांगवान ने 2014 में अपराध की दुनिया में कदम रखा जब पुलिस ने उन पर जबरन वसूली का मामला दर्ज किया. उसी वर्ष उस पर हरियाणा के जिंद में एक डकैती का मामला दर्ज किया गया था. सांगवान को 2016 में राजस्थान में गिरफ्तार किया गया था. 2019 में, उन पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल द्वारा मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया था. 2020 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद वह यूनाइटेड किंगडम भाग गया. उसने यूपी के बरेली से फर्जी पासपोर्ट बनवाया और थाईलैंड के रास्ते दुबई भाग गया. बाद में वह ब्रिटेन में बस गया.