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India Daily

म्यांमार से भागकर मिजोरम क्यों पहुंचे 151 सैनिक? असम राइफल्स के कैंप में ली शरण, जानें आगे क्या होगा

म्यांमार में सशस्त्र जातीय समूह की ओर से इन 151 सैनिकों पर हमला किया था, जिसमें ये बुरी तरह घायल हो गए थे. इसके बाद ये भारतीय सीमा को पार कर मिजोरम पहुंच गए और असम राइफल्स के कैंपों में शरण ली.

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Edited By: Om Pratap
Myanmar soldiers flee to mizoram

हाइलाइट्स

  • अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है म्यांमार
  • असम राइफल्स की हिरासत में हैं म्यांमार के सैनिक

Myanmar soldiers flee to mizoram: म्यांमार के 151 सैनिक अपने देश से भागकर मिजोरम पहुंचे हैं. उन्होंने यहां असम राइफल्स के कैंप में शरण ली है. सवाल ये कि आखिर म्यांमार के सैनिक भागकर मिजोरम क्यों पहुंचे हैं? अब आगे उनका क्या होगा? 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, म्यांमार में सशस्त्र जातीय समूह की ओर से इन 151 सैनिकों पर हमला किया था, जिसमें ये बुरी तरह घायल हो गए थे. इसके बाद ये भारतीय सीमा को पार कर मिजोरम पहुंच गए और असम राइफल्स के कैंपों में शरण ली. बताया जा रहा है कि म्यांमार के सैनिकों का यहां इलाज किया जा रहा है. जब इनकी हालत ठीक हो जाएगी तो इन्हें वापस भेज दिया जाएगा. 

अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है म्यांमार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, म्यांमार इन दिनों अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है. इसी कड़ी में म्यांमार के एक सशस्त्र जातीय समूह 'अराकान' ने सैनिकों के कैप पर हमला कर दिया और उन्हें घायल कर दिया. इसके बाद अराकान सेना से बचने के लिए म्यांमार के 151 सैनिक जान बचाने के लिए सरहद पार कर मिजोरम के लॉन्गताई जिले के तुईसेंतलांग इलाके में पहुंचे और असम राइफल्स के कैंप में शरण ली.

जानकारी के मुताबिक, भारत और म्यांमार की सीमा के पास पड़ोसी देश में कुछ महीनों से सेना और अराकान के बीच जंग चल रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को अराकान सेना ने म्यांमार सेना के कैंप पर हमला कर दिया, जिसमें कुछ सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गई. हमले के बाद अन्य सैनिकों ने अपनी जान बचाने के लिए घायल साथियों को लेकर मिजोरम के सीमावर्ती लॉन्गताई जिले में पहुंच गए. 

विदेश मंत्रालय और म्यांमार सेना के बीच बातचीत जारी

बताया जा रहा है कि म्यांमार से भागकर भारत आए 151 सैनिक फिलहाल असम राइफल्स की हिरासत में हैं. उधर, भारतीय विदेश मंत्रालय और म्यांमार सेना के बीच बातचीत जारी है. बता दें कि इससे पहले नवंबर में भी पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) ने म्यांमार की सेना के कैंप पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद करीब 104 सैनिक म्यांमार से भागकर मिजोरम आए थे. इन सैनिकों को थोड़े दिनों बाद म्यांमार के सीमावर्ती इलाके तमू भेज दिया गया था. 

बता दें कि भारत और म्यांमार के बीच करीब 1640 किलोमीटर लंबा बॉर्डर इलाका है, जो नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश से लगती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले करीब तीन सालों में यानी फरवरी 2021 से अब तक म्यांमार के करीब 30 से ज्यादा लोग मिजोरम में शरण ले चुके हैं.